Last Updated: Thursday, November 22, 2012, 15:49

मुंबई : अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने की दहलीज पर खड़े वीरेंद्र सहवाग की कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह विस्फोटक बल्लेबाज विशिष्ट मानसिकता रखता है जिसके कारण वह खराब दौर में भी सकारात्मक बने रहता है। इंग्लैंड के खिलाफ कल दूसरा टेस्ट मैच सहवाग का 100वां मैच होगा। धोनी ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि अपने करियर में उनका सबसे अहम फैसला पारी का आगाज करना था। मैं समझता हूं कि यह उनके लिये बड़ी चुनौती थी और उन्होंने इसे स्वीकार किया। उनके आंकड़े बेहतरीन हैं। वह ऐसा खिलाड़ी है जो कई से पूरी तरह भिन्न है। उनकी सोच पूरी तरह से भिन्न है।
उन्होंने कहा कि वह किसी तरह की चुनौती का किस तरह से सामना करते हैं यह पूरी तरह से भिन्न होता है। सहवाग 100 टेस्ट खेलने वाले केवल नौवें भारतीय बल्लेबाज होंगे। सचिन तेंदुलकर 191 टेस्ट खेलकर सर्वाधिक मैच खेलने वाले क्रिकेटर हैं। धोनी ने कहा कि उन्होंने अपने करियर के शुरू से ही महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। वह ऐसा बल्लेबाज है जो पहली गेंद से शाट खेल सकता है। इसका मतलब है कि वह शुरू से ही गेंदबाज पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। हमने देखा है कि जब बल्लेबाज गेंदबाज पर हावी हो जाता है तो फिर गेंदबाज के लिये वापसी करना मुश्किल होता है।
उन्होंने कहा कि उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें तमाम प्रारूपों में खेलने का अनुभव है और यह भी वास्तविकता है कि वह हमारे लिये कुछ विकेट भी ले सकते हैं। हम गेंदबाजी में उनका ज्यादा उपयोग नहीं करते लेकिन फिर वह भी ऐसा गेंदबाज है जो हमारे लिये कुछ विकेट ले सकता है।
धोनी ने कहा कि जिस तरह से सहवाग खेलता है उसमें उनके लिये खराब दौर से फार्म में लौटना आसान रहता है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि उन जैसे बल्लेबाज के लिये फार्म में वापसी करना मुश्किल होता है। हम सभी जानते हैं कि फार्म 15 रन इधर या उधर का मामला है। सब कुछ अचानक होता है। ऐसे में आपकी मानसिकता वापसी में मदद करती है। मेरा मानना है कि वह लाजवाब हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 22, 2012, 14:51