Last Updated: Friday, August 30, 2013, 21:08
नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की जांच समिति पर दिए गए बंबई उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और बिहार क्रिकेट संघ (सीएबी) की पुनर्विचार याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय 11 सितंबर को सुनवाई करेगा।
बंबई उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में आईपीएल के छठे संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी की जांच करने के लिए बीसीसीआई द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति के गठन को असंवैधानिक करार दिया था।
न्यायाधीश एके पटनायक और न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर की पीठ ने 11 सितंबर को होने वाली सुनवाई के लिए मामलों को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया और सीएबी की याचिका पर बीसीसीआई, इसके अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन और जयपुर आईपीएल क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी किए।
आईपीएल की इस दो सदस्यीय जांच समिति ने चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन तथा राजस्थान रायल्स के सह मालिक राज कुंद्रा को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में क्लीनचिट दी है। बीसीसीआई ने बंबई उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी तो सीएबी ने एक याचिका दायर कर न्यायालय से स्वयं एक स्वतंत्र जांच समिति गठित किए जाने की मांग की। बीसीसीआई ने उच्च न्यायालय के जांच समिति को असंवैधानिक करार देने के फैसले को चुनौती दी है।
उल्लेखनीय है कि मयप्पन की संलिप्तता के मद्देनजर जांच चलने तक श्रीनिवासन ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद से खुद को अलग रखा है। क्रिकेट बोर्ड के दिन-प्रतिदिन के कामकाज को देखने के लिए जगमोहन डालमिया को कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 21:08