हम अब भी सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी है: गंभीर

हम अब भी सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी है: गंभीर

हम अब भी सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी है: गंभीर नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि 53 के औसत से रन बनाने वाली उनकी और वीरेंद्र सहवाग की जोड़ी अब भी देश की सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी है।

आलोचकों ने हाल की खराब फार्म को देखते हुए इस सलामी जोड़ी के भविष्य पर संदेह जताया था। गंभीर ने कहा, ‘सलामी जोड़ी के तौर पर हमारा औसत अब भी 53 का है जो मुझे लगता है कि विश्व क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी के तौर पर सर्वश्रेष्ठ में से एक है। इतने लंबे समय तक खेलने वाली ज्यादा सलामी जोड़ियां नहीं हैं जिनका प्रत्येक पारी में 53 का औसत हो। अगर 53 का औसत ही काफी नहीं है तो मैं नहीं जानता कि क्या काफी है। ’

उन्होंने कहा, ‘सलामी जोड़ी के रूप में आप प्रत्येक पारी में 50 का औसत बनाते हो और अगर आप प्रत्येक पारी में 50 रन से शुरूआत करा रहे हो तो आप इससे ज्यादा नहीं कर सकते। मैं उन्हें आंकड़े देखने का सुझाव दूंगा। 53 का औसत शानदार है। बीते समय में काफी सलामी जोड़ियां इतना औसत नहीं बना सकी हैं और आज भी नहीं बना रही हैं। ’

सहवाग ने पिछले दो साल में केवल एक ही शतक जड़ा है और 37.26 औसत से रन बनाये हैं, जो टेस्ट में उनके कैरियर के औसत 50.64 से काफी नीचे है। गंभीर ने भी इतने ही समय में एक भी सैकड़ा नहीं बनाया है और उन्होंने अपने कैरियर के औसत 44.35 रन की तुलना में केवल 30.31 के औसत से रन बनाये हैं।

जब उनके पूछा गया कि क्या वह पिछले साल से टेस्ट शतक नहीं बना पाने से दबाव में हैं तो उन्होंने कहा, ‘यह (पारी का आगाज करना) हर बार 100 रन की पारी खेलने के बारे में नहीं है बल्कि जब आप बल्लेबाजी में आगाज कर रहे हो तो आप कितना योगदान कर रहे हो इस बारे में है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मैंने ही शतक नहीं बनाया है, ऐसे कई अन्य खिलाड़ी हैं जिन्होंने सैकड़ा नहीं जड़ा है। ’

गंभीर ने कहा, ‘लोग सिर्फ शतक के बारे में चर्चा करते हैं, मैं नहीं जानता कि ऐसा क्यों है। मैंने दक्षिण अफ्रीका में 93 रन बनाये थे। आस्ट्रेलिया में 85 के करीब रन जुटाये थे। ’ गंभीर ने जनवरी 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम शतक जमाया था। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप पारी शुरू करते हो तो आप कितना योगदान करते हो यह देखा जाता है। ’ (एजेंसी)

First Published: Wednesday, October 24, 2012, 21:53

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