Last Updated: Monday, July 22, 2013, 16:49

नई दिल्ली : भारतीय हाकी के लिये विदेशी कोच को गैर जरूरी बताते हुए पूर्व कप्तान और स्टार स्ट्राइकर धनराज पिल्लै ने कहा है कि वह राष्ट्रीय टीम के कोच बनने को तैयार हैं और उन्होंने एक साल में नतीजे देने का दावा भी किया।
धनराज ने भाषा से कहा, ‘भारतीय हाकी को विदेशी कोच की जरूरत नहीं है। विदेशी कोचों पर काफी पैसा बर्बाद हो रहा है लेकिन एथेंस ओलंपिक (2004) में गेरार्ड राक से लेकर लंदन ओलंपिक (2012) में माइकल नोब्स तक नतीजा सिफर ही निकला है। भारतीय हाकी की स्थिति जस की तस है और हम विश्व कप में जगह बनाने को संघर्ष कर रहे हैं।’
आस्ट्रेलिया के माइकल नोब्स को हटाये जाने के बाद से भारतीय हाकी में देशी बनाम विदेशी कोच की बहस छिड़ी हुई है। आस्ट्रेलियाई कोच रिक चार्ल्सवर्थ ने हाल ही में कहा है कि भारतीय कोच आधुनिक हाकी की जरूरतों पर खरे नहीं उतरते।
राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतने वाली एयर इंडिया के कोच धनराज ने कहा, ‘मैं कहता हूं कि मुझे भारतीय हाकी टीम का कोच बनाकर देखें। मुझे अपनी शर्तों पर काम करने दिया जाये तो मैं एक साल में नतीजे देने का वादा करता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘पहले भी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीतने वाली टीमों के कोच को राष्ट्रीय कोच बनाया गया। फिर वह सैड्रिक डिसूजा हो, वासुदेवन भास्करन, राजिंदर सिंह या हरेंद्र सिंह। फिर मुझे यह मौका क्यो नहीं दिया जा सकता।’ (एजेंसी)
First Published: Monday, July 22, 2013, 16:49