Last Updated: Saturday, March 9, 2013, 10:20

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
चंडीगढ़ : मोहाली जिले में एक एनआरआई के घर से 130 करोड़ रुपये मूल्य की 26 किलोग्राम हेरोइन बरामद होने के मामले की जांच में ओलंपिक कांस्य पदकधारी मुक्केबाज विजेंदर सिंह का नाम आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। हालांकि, मुक्केबाज ने आरोपों का खंडन किया है। पुलिस ने कहा कि भूमिका की जांच की जा रही है।
इस मामले में अब तक की गई जांच में ओलंपियन विजेंदर सिंह और गिरफ्त में आए ड्रग तस्कर के बीच संबंधों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस ने अभी तक मुक्केबाज को कोई क्लीनचिट नहीं दी है। फतेहगढ़ साहिब के एसएसपी हरदयाल सिंह मान ने कहा है कि अभी हमने विजेंदर की कार गिरफ्तार किए गए एनआरआई के घर के पास से बरामद किया है और प्राथमिक जांच में इसके अलावा कहने को अभी कुछ और नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिक जांच के अनुसार, मुक्केबाज का उस व्यक्ति से कोई संबंध नहीं नजर आत है, जिसके घर से हेरोइन बरामद की गई है।
इससे पहले पंजाब पुलिस ने गुरुवार को मोहाली जिले के पास जिरकपुर में ‘शिवालिक विहार’ में एनआरआई अनूप सिंह कहलों के घर से 26 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी। विजेंदर की पत्नी अर्चना की कार इस एनआरआई के घर के समीप मिली थी। गिरफ्त में आने के बाद एनआरआई ने कहा था कि दो मुक्केबाज विजेंदर सिंह और राम सिंह उनके `क्लाइंट` हैं और उनके पास आते थे। उधर, विजेंदर ने ड्रग तस्कर से किसी तरह के संबंध से इनकार किया है।
इससे पहले, पुलिस ने कहा कि उनके साथी मुक्केबाज राम सिंह के शामिल होने की भी जांच की जा रही है। हरियाणा पुलिस में डीएसपी रैंक के अधिकारी विजेंदर (27) ने पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए कथित एनआरआई ड्रग कारोबारी से ताल्लुकात के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये बेबुनियाद आरोप गलत साबित हो जाएंगे।
लुधियाना रेंज के डीआईजी एम एफ फारूकी ने बयान जारी कर कहा कि प्रवासी भारतीय अनूप सिंह कहलोन ने ‘मुक्केबाज विजेंदर सिंह और राम सिंह समेत कुछ खिलाड़ियों के बारे में खुलासे किए हैं जिसकी इस समय जांच की जा रही है। पटियाला रेंज का भी प्रभार देख रहे फारुकी ने इससे पहले फतेहगढ़ साहिब में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि जांच के दौरान सामने आया है कि विजेंदर का इस नशीले पदार्थ के डीलर से ‘कोई सीधा संबंध नहीं है।’ इस संवाददाता सम्मेलन के कुछ घंटे बाद फारूकी ने एक संक्षिप्त बयान जारी किया।
डीआईजी ने कहा कि मुक्केबाज रामसिंह को फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने आठ मार्च को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। जांच जारी है और जांच पूरी होने पर आगे की जानकारी दी जाएगी। बयान जारी करने के बाद पीटीआई द्वारा संपर्क किए जाने पर फारूकी ने कहा कि जांच के दौरान कुछ खुलासे हुए हैं और हम कहलों के बयान की जांच कर रहे हैं। हम पूछताछ में और खुलासों के मद्देनजर आगे की जांच करेंगे। पंजाब पुलिस को इस मामले में गिरफ्तार किए गए छह आरोपियों को 13 मार्च तक पुलिस रिमांड में रखने का अधिकार देर शाम मिल गया।
इससे पहले गिरफ्तार किए गए कहलों और उसके चालक कुलविंदर सिंह रॉकी को पुलिस रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। चार अन्य आरोपियों में रॉकी के पिता कुलदीप सिंह, रॉकी का साला संदीप सिंह, मनप्रीत सिंह गिल उर्फ मनी और गब्बर सिंह को गिरफ्तार किया गया और उन्हें भी अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने छह आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी लेकिन अदालत ने उन्हें 13 मार्च तक हिरासत में रखने की अनुमति दी। पुलिस ने इस आधार पर 10 दिन की रिमांड मांगी थी कि और ज्यादा हेरोइन बरामद की जानी है लेकिन बचाव पक्ष ने इसका विरोध किया और कहा कि पुलिस ने पहले इसे बरामद कर लिया है।
कहलों ने अदालत पेश किये जाते समय संवाददाताओं से कहा कि उसका विजेंदर से पिछले चार से पांच साल से संबंध है क्योंकि वह (कहलों) खुद भी एक खिलाड़ी है। उसने मादक पदाथरे के व्यापार में विजेंदर की भूमिका के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया। पुलिस ने इससे पहले कहा था कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किए गए कहलों ने आरोप लगाया था कि मुक्केबाज विजेंदर सिंह और पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर तथा राष्ट्रीय स्तर का मुक्केबाज राम सिंह उसके ‘ग्राहक’ हैं और उसके पास आते रहते थे।
First Published: Saturday, March 9, 2013, 10:20