सोशल साइट पर न्यूड रेस: शर्लिन VS पूनम

सोशल साइट पर न्यूड रेस: शर्लिन VS पूनम

सोशल साइट पर न्यूड रेस: शर्लिन VS पूनम संजीव कुमार दुबे

टॉपलेस, न्यूड और अपलोड। अगर आप अखबारी दुनिया से नाता रखते हैं। इंटरनेट पर सर्फिंग की दुनिया में खबरों के समंदर में तैरते हैं तो आपको ये शब्द जरूर नजर आए होंगे। साथ ही नजर पड़ी होगी न्यूड तस्वीरों और टॉपलेस तस्वीरों से अटा-पड़ा इनका ट्वीटर या फेसबुक एकाउंट। पिछले कुछ महीनों में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर दो लोगों ने हंगामा बरपा रखा है।

हर बार अपनी नई तस्वीरों के साथ उत्तेजक अंदाज में आना इनकी फितरत है जैसे की सारी दुनिया इन्हें देखने के लिए बेताब हो। फिर ये दोनों अपनी न्यूड तस्वीरें पोस्ट करती है। कुछ अजीबोगरीब बातें ट्वीट करती है। अपने फैंस के साथ बातचीत (ट्वीट) करने का इनका अंदाज भी अनोखा है। टॉपलेस या न्यूडनेस से सराबोर ये तस्वीरें फिर इंटरनेट की दुनिया में तहलका मचाती। लोग तस्वीरों को देखते हैं। चटखारे लेकर उनके ट्वीट को पढ़ते है जो उन्होंने इस दौरान किया होता है जब ये तस्वीरें पोस्ट करती है। हॉट अदाओं और न्यूडनेस से सनी ये तस्वीरें अपलोड होते ही सबुक या फिर ट्वीटर यहां इनके फॉलोवर्स ताबड़तोड़ बढ़ने लगते है। इनके चाहनेवाले की तादाद बढ़ रही है। सोशल वेबसाइट पर अब एक वर्ग ऐसा भी है जो इनके न्यूड होने का बेसब्री से इंतजार करता है।

शायद आप कुछ सोचने या अंदाजा लगाने की की कोशिश कर रहे हैं। चलिए अब ज्यादा सस्पेंस रखना ठीक नहीं है। जहां तक मुझे लगता है कि आपने अंदाजा लगा लिया होगा कि हम बात बिंदास बाला शर्लिन चोपड़ा और पूनम पांडे की कर रहे हैं।

शर्लिन और पूनम दोनों में खुद न्यूड होकर उन तस्वीरों को पोस्ट करने की बहुत जल्दी रहती है। दोनों में इस बात की होड़ लगी है कि कौन कितना न्यूड हो सकता है। कौन कितना शर्मसार हो सकता है। कौन कितनी मर्यादा लांघ सकता है। कौन कितने कपड़े उतार सकता है। जहां ये लड़कियां न्यूड हो रही हो वहां आप इस बात की भला क्या उम्मीद करेंगे कि ये किस हद तक खुद को शर्मसार कर अपनी मर्यादाएं लांघेंगी।

एक दुखद पहलू तो यह भी उभरता है कि यह सब उस देश में हो रहा है जिसकी संस्कृति की धाक दुनिया भर में है। भारतीय संस्कृति को सलाम करनेवाले देशों की कमी नहीं जो इसके हर पहलुओं की इज्जत करते हैं।

भारतीय संस्कृति यह कतई नहीं सिखाती कि हम अपने बदन को सार्वजनिक तौर पर इस तरह दिखाएं। लेकिन पूनम पांडे और शर्लिन चोपड़ा के लिए टॉपलेस और न्यूड होना ही उनकी संस्कृति है। वह ऐसा करने में शर्मसार नहीं होती बल्कि अपना शान समझती है। हमें आपको यह अच्छा नहीं लगता लेकिन शर्लिन के पिता को इस बात पर गर्व है कि उसने प्लेब्वाय मैगजीन के कवर पेज के लिए न्यूड फोटोशूट किया। उनके पिता के बयानों पर टिप्पणी से बचते हुए बात सिर्फ इतनी कि शर्लिन न्यूडनेस वार के जरिए दुनिया में आखिर क्या हासिल करना चाहती है। पैसा या प्रसिद्धि।

एक औरत के लिए अस्मिता के क्या मायने है , यह एक औरत से भला कोई बेहतर नहीं समझ सकता। लेकिन पूनम और शर्लिन के लिए अस्मिता शायद कूड़े-कबाड़ की वस्तु है जो उन्हें जमाने में पीछे की तरफ धकेलती है। इसलिए ये अस्मिता को शर्मिंदगी के कब्र में दफन कर आई है।

पूनम और शर्लिन खुद को सुर्खियों में रखना चाहती है। इसके लिए वह टॉपलेस और न्यूडनेस का हथियार अपनाती है। जरा ठहरिए। पिछले कुछ हफ्तों में अगर हम इन दोनों की हरकतों पर गौर करें तो टॉपलेस कल्चर को ये बहुत पीछे छोड़ आई है। अब ये टॉपलेस नहीं बल्कि न्यूड होती है और ट्वीटर पर अपनी तस्वीरें पोस्ट कर अपने फॉलोअर्स में इजाफा कर सुर्खियां बटोरती है। इनके लिए पोपुलर होने का नया फंडा है खुद को न्यूड करते रहो, फॉलोअर्स बढ़ाते रहो और सुर्खियों में बने रहो।

अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा जब से मैगजीन प्लेबॉय के लिए न्यूड हुई है तब से उन्होंने ठान लिया है कि न्यूड होने का वह कीर्तिमान बनाएंगी। पूनम पांडे और शर्लिन चोपड़ा के बीच तो न्यूड होने का मुकाबला चल ही रहा है। हाल ही में शर्लिन ने अपने बहुत ही अश्लील तस्वीरें ट्विटर पर अपलोड़ की है। दोनों में शायद इस बात को लेकर कंपटीशन है कि कौन किस तरीके से और कितनी बार न्यूड होता है। इन्हें खुद को पोपुलर बनाने की चाहत क्यों है यह तो पता नहीं लेकिन शर्लिन ने एक बार खुद कहा था कि अगर जल्दी ही उन्होंने ट्विटर पर 1 लाख फॉलोअर्स न बनाए, तो वह नन बन जाएंगी। लगता है शर्लिन को न्यूड पोज में देखनेवाले और उनके फैंस ने शर्लिन को फॉलो किया और शर्लिन के फॉलोअर्स का की संख्या एक लाख 22 हजार के पास पहुंच गई। वैसे, उनके ट्वीट्स की संख्या लगभग 1 हजार है।

शर्लिन और पूनम की इस न्यूड रेस का एक मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि दोनों पहचान और प्रसिद्धि की इतनी भूखी है कि कुछ भी करने पर आमादा है चाहे अपने कपड़े भी क्यों ना खोलने पड़े। किसी भी सूरते हाल में यह चमत्कार होता नहीं दिखता कि बॉलीवुड या हॉलीवुड के नामचीन फिल्मकार उन्हें अपनी फिल्मों में लीड भूमिक के लिए कास्ट करे। जाहिर है कि पैसा,प्रसिद्धि पाने की भूख की वजह से ये बिंदास बालाएं न्यूड होने को भी तैयार है। शर्लिन चोपड़ा ने तो प्लेब्वॉय के कवर पेज पर न्यूड होने के एवज में मैगजीन के संस्थापक हेफनर से तो मोटी फीस वसूली होगी। लेकिन पूनम का दुकान कैसे चल रहा है यह समझ के बाहर है। कभी वह टब में न्यूड होकर नहाती नजर आती है तो कभी न्यूड फौजी बनकर बवाल मचाती नजर आती है।

बड़े शर्म की बात है कि यह उस भारत में हो रहा है जो कभी दुनिया का धर्मगुरु रहा है। जिसकी सभ्यता और संस्कृति की धाक दुनियाभर में है। पैसा,प्रसिद्धि की पाने की चाह में पूनम और शर्लिन जो कुछ कर रही है, उसे कुछ लोग जायज भी ठहराएंगे। उनके अपने तर्क हो सकते है जहां वह इस अश्लीलता और शर्मिंदगी से भरी न्यूडनेस को सही ठहराने की कोशिश करेंगे लेकिन सबसे बड़ा सवाल अब भी यही है कि क्या प्रसिद्धि और पैसा पाने का शॉर्टकट न्यूड होना ही रह गया है ?

First Published: Friday, September 7, 2012, 18:31

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