Last Updated: Monday, November 12, 2012, 13:54
लंदन : जीवन स्तर और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के चलते एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इस साल जन्म लेने वाली पीढ़ी के एक तिहाई बच्चे अपनी जिंदगी के सौ साल तक जी सकेंगे। इन बच्चों को शोध में ‘सेंटेनेरियन’ कहा गया है।
शोधकर्ता कहते हैं, आज के बच्चे 70 वर्ष की आयु तक काम करेंगे, 52 वर्ष की आयु तक उनपर विद्यार्थी ऋण होगा और उनका विवाह अपने दादा-दादी की उम्र मुकाबले आठ साल देरी से होगा। डेली मेल की खबर के अनुसार, इस रिपोर्ट में इन बच्चों के लिए इनके माता-पिता और दादा-दादी के अनुभवों के विपरीतएक अलग ही जीवन की बात कही गई है।
इस रिपोर्ट में माना गया है कि इन शतायु बच्चों के माता-पिता का जन्म 1983 में हुआ था और इनके दादा-दादी का जन्म 1957 में हुआ था। औसतन एक नए शतायु बच्चे का अपना शिशु 31 वर्ष की आयु में होगा। यह उनके अपने माता पिता से दो साल बाद और अपने दादा-दादी के मुकाबले पांच साल देरी से है। दादा-दादी ने अपने पहले बच्चे को 26 साल की उम्र में दिया था।
इस रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि बढ़ती महंगाई और खर्च के बीच लोगों का एक बड़ा भाग ऐसा होगा जो या तो बच्चे पैदा करेगा ही नहीं या फिर सिर्फ एक ही बच्चा पैदा करेगा। स्कॉटिश निवेश फर्म की यह रिपोर्ट एक हजार माता पिताओं से किए गए साक्षात्कारों के आधार पर है, जिनके बच्चों की उम्र पांच साल से कम है। इसके साथ ही यह राष्ट्रीय सांख्यिकीय के दफ्तर के आधिकारिक आंकड़ों के विश्लेषण पर भी आधारित है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 12, 2012, 13:54