Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 08:53
इंदौर : सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की ‘तिगड़ी’ 21 मई को दुनिया को आंशिक सूर्यग्रहण का रोमांचक दृश्य दिखाएगी। यह इस साल का पहला ग्रहण होगा, जो खासकर भारत के पूर्वी हिस्से में नजर आएगा। उज्जैन की प्रतिष्ठित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि आंशिक सूर्यग्रहण की शुरुआत भारतीय समय के मुताबिक 21 मई को दोपहर 03:39 बजे होगी और यह शाम 07:06 बजे खत्म हो जाएगा। इस खगोलीय घटना के चरम स्तर पर चंद्रमा, सूर्य का 94.5 प्रतिशत हिस्सा ढक लेगा।
उन्होंने बताया कि इस साल का पहला ग्रहण खासकर पूर्वी भारत में दिखाई देगा। आंशिक सूर्यग्रहण तब होता है, जब सूर्य और पृथ्वी के बीच से चंद्रमा इस तरह गुजरता है कि पृथ्वी से देखने पर सूर्य का कुछ हिस्सा चंद्रमा की ओट में छिपा प्रतीत होता है। वेधशाला अधीक्षक ने बताया कि आंशिक सूर्यग्रहण के बाद चार जून को आंशिक चंद्रग्रहण होगा। सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की लुकाछिपी का यह रोमांचक नजारा हालांकि भारत में नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि इस खगोलीय घटना के समय देश में दिन होगा।
आंशिक चंद्रग्रहण तब होता है, जब चांद का एक हिस्सा पृथ्वी की छाया में छिपने के कारण कुछ देर के लिये सूर्य की रोशनी से महरूम हो जाता है। हालांकि, यह तभी होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में हों। गुप्ता ने बताया कि मौजूदा साल छह जून को शुक्र के पारगमन की दुर्लभ खगोलीय घटना का भी गवाह बनेगा।
उन्होंने बताया कि इस घटना के वक्त पृथ्वी से देखने पर शुक्र सूर्य के सामने से धीमी रफ्तार में क्रिकेट की गेंद के आकार में गुजरता दिखायी देगा। उन्होंने बताया कि शुक्र के पारगमन की घटना करीब छह घंटे तक चलेगी और यह नजारा पूरे भारत में देखा जा सकेगा।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 3, 2012, 14:23