अंटार्कटिका में पहली बार रिकार्ड हुई व्हेल की आवाज

अंटार्कटिका में पहली बार रिकार्ड हुई व्हेल की आवाज

अंटार्कटिका में पहली बार रिकार्ड हुई व्हेल की आवाजसिडनी: अंटार्कटिका में पहली बार व्हेल की आवाज रिकॉर्ड की गई। वैज्ञानिकों ने व्हेल की ध्वनि की पहचान के लिए नई तकनीक खोज निकाली है और एक अध्ययन में नीली व्हेल मछलियों की 26545 तरह की ध्वनियां रिकॉर्ड करने का दावा किया गया है। दुनिया भर के जलजीवों का अध्ययन करने के लिए शुरू की गई `अंटार्कटिका ब्लू व्हेल प्रोजेक्ट` के तहत जर्मनी, नार्वे, अमेरिका, ब्राजील, फ्रांस, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड देश के शोधार्थियों ने मिलकर अध्ययन किया है।

इंजीनियर और पर्यवेक्षकों की तरह व्हेल के वर्गीकरण और ध्वनि के विषय में जानकारी रखने वाले 18 विशेषज्ञों ने समुद्र के भीतर ध्वनि रिकार्डिग उपकरण लगाने और व्हेल की संख्या पता करने के उद्देश्य से जनवरी में रॉस समुद्र पर सात सप्ताह की यात्रा की थी।

ऑस्ट्रेलियाई अंटार्कटिक डिवीजन के साथ इस अध्ययन के प्रमुख श्रवण विज्ञानी ब्रिअन मिलर के अनुसार विशाल जलजीवों द्वारा निकाली गईं 26545 ध्वनियों सहित 626 घंटों की ध्वनि को वास्तविक समय में पंजीकृत किया गया।

मिलर ने कहा कि पानी में सैकड़ों किलोमीटर नीचे रहने वाली नीली व्हेल एक बहुत गहरी और गूंजने वाली आवाज निकालती है।

द इंटरनेशनल व्हेल कमीशन की गणना के मुताबिक, वर्ष 2000 में दक्षिणी गोलार्ध में नीली व्हेल की आबादी 400 से 1400 के बीच थी।

नीली व्हेल पृथ्वी की सबसे लंबी जलजीव है। यह 31 मीटर लंबी और 170000 किलोग्राम से भी ज्यादा वजनदार होती है। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 29, 2013, 08:25

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