Last Updated: Sunday, May 19, 2013, 19:23

तिरुवनंतपुरम : केरल के एक सॉफ्टवेयर इंजनीनियर ने एक ऐसे एंटी-पाइरेसी सॉफ्टवेयर का विकास किया है, जिससे सिनेमाघरों में परिष्कृत मोबाइल और हैंडीकैम के जरिये सिनेमा की रिकॉर्डिग करने पर लगाम लग जाएगी।
वर्गीज बाबू ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर तीन वर्षो के शोध का नतीजा है। इसका पेटेंट कराया जा रहा है।
बाबू ने कहा, "इसका नाम `डिमोलिश डुपलिका` रखा गया है। इसके तहत एक हार्डवेयर इकाई होगा, जिसे सिनमाघरों में लगाया जाएगा। जैसे ही कोई व्यक्ति फिल्म को रिकॉर्ड करना शुरू करेगा, हार्डवेयर इकाई उसकी पहचान कर रिकॉर्डिग रोक देगी। यह सर्वर और पुलिस की नकल-रोधी प्रकोष्ठ को एक चेतावनी भी भेज देगी।"
30 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बताया कि इस उत्पाद की कीमत 15 लाख रुपये रखी गई है।
बाबू ने कहा, "हार्डवेयर इकाई में मोबाइल या हैंडीकैम का क्रमांक दर्ज हो जाता है। अधिकारी आसानी से पता लगा सकते हैं कि रिकॉर्डिग किस जगह से की जा रही है।"
उन्होंने कहा कि यह उत्पाद संपादन के दौरान फिल्म या वीडियो की रील के साथ हुई छेड़छाड़ का भी पता लगा सकता है।
यह पूछे जाने पर की क्या बाजार में केवल यही एक उत्पाद उपलब्ध है, तो उन्होंने कहा, "यदि बाजार में ऐसा कोई यंत्र उपलब्ध रहता तो हाल में प्रदर्शित फिल्मों का नकली संस्करण मौजूद नहीं रहता।"
बाबू ने कहा, "फिल्म उद्योग के लोग इस उत्पाद के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। फिलहाल मैं इसकी पेटेंट की औपचारिकतएं पूरी करने में लगा हूं।" (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 19, 2013, 19:23