Last Updated: Friday, October 28, 2011, 10:21
लंदन : वैज्ञानिकों ने जीनों की ऐसी प्रक्रिया का पता लगाने का दावा किया है जिससे लोगों को अल्जाइमर की बीमारी होने के खतरे का पता चल सकता है।
मैसाचुसेट्स इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि उनकी खोज मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली बीमारी का शीघ्र पता लगाने में मददगार हो सकती है। साथ ही इससे डिमेन्श्यिा के एक आम प्रकार का इलाज भी खोजा जा सकता है।
अल्जाइमर का अब तक कोई प्रभावी इलाज नहीं है और वर्तमान दवाओं से लोगों को इलाज में मामूली मदद ही मिलती है।
अनुसंधानकर्ताओं ने खमीर की मदद से पता लगाया कि अल्जाइमर के खतरे के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले जीन मस्तिष्क में कोशिकाओं पर कैसे काम करते हैं। उन्होंने पहली बार बताया कि ये जीन एमाइलाइड नामक एक प्रोटीन को प्रभावित करते हैं।
उन्होंने पाया कि एमाइलाइड ने खमीर में एंडोसाइटोसिस नामक एक अहम प्रक्रिया को बाधित कर दिया जो कि महत्वपूर्ण अणुओं को मस्तिष्क कोशिकाओं तक ले जाती थी। यह भी पाया गया कि पाइकैम सहित कई जीन एंडोसाइटोसिस को बाधित करने की एमाइलाइड की क्षमता पर असर डाल सकते हैं। इस प्रयोग से जीन और एमाइलाइड प्रोटीन में संबंध का पता चला जो अब तक अज्ञात था।
(एजेंसी)
First Published: Friday, October 28, 2011, 15:51