आइंस्टीन के E=mc2 के पीछे हो सकते हैं एक से अधिक दिमाग?

आइंस्टीन के E=mc2 के पीछे हो सकते हैं एक से अधिक दिमाग?

आइंस्टीन के  E=mc2 के पीछे हो सकते हैं एक से अधिक दिमाग?वाशिंगटन : अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि हो सकता है कि आइंस्टीन के युगांतरकारी समीकरण ‘ई बराबर एमसी स्क्वायर’ में एक अनजाने से आस्ट्रियाई भौतिक विज्ञानी ने भी योगदान दिया हो।

‘यूरोपियन फिजीकल जर्नल एच’ में जल्द ही प्रकाशित होने वाले एक अध्ययन में पेनसिल्वानिया के हावरफोर्ड कालेज के स्टीफन बाउन और न्यूजर्सी के प्रिंसटन विश्वविद्यालय के टोनी रोथमैन ने कहा कि हो सकता है कि अपनी मेहनत के लिए थोड़ा ही श्रेय हासिल करने वाले आस्ट्रियाई भौतिक विज्ञानी फ्रेडरिक होसनोहर्ल ने समीकरण (ई बराबर एमसी स्क्वायर) में योगदान दिया हो।

शोधकर्ताओं ने एक बयान में कहा कि ऐसा नहीं है कि वर्ष 1905 में यह समीकरण अचानक से सामने आ गया जब आइंस्टीन ने अपने कागजों में इसे प्रकाशित किया।

होसनेहर्ल के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इस आस्ट्रियाई वैज्ञानिक ने ब्लैकबाडी रेडिएशन के क्षेत्र में वास्तविक काम किया। उन्होंने कहा कि होसनेहर्ल ने उर्जा ओर द्रव्यमान का आपसी संबंध स्थापित तो किया लेकिन वह गलत समीकरण (ई बराबर तीन बंटा आठ एमसी स्क्वायर) दे बैठे। (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 27, 2013, 15:52

comments powered by Disqus