Last Updated: Tuesday, November 22, 2011, 05:41
लंदन : वैज्ञानिकों ने ऐसा कम्प्यूटर विकसित करने का दावा किया है जो लगभग इंसानों की तरह विज्ञान संबंधी भाषा पढ़ सकता है, तथ्यों के बीच तालमेल बना सकता है और परिकल्पनाएं विकसित कर सकता है।
कैंब्रिज विश्वविद्यालय के एक दल ने कहा कि सीआरएबी नाम की कम्प्यूटर प्रणाली कैंसर की गांठों की वजहों के बारे में जानकारी देने वाले विद्वानों के लेखों को समझने में सक्षम है और इसलिए इससे कैंसर शोध में सफलता मिलने की उम्मीद है। वैज्ञानिकों ने कहा कि दरअसल, सीआरएबी कृत्रिम ज्ञान का तेजी से उबरने के प्रकार का ताजा उदाहरण है जिसका प्रयोग आईफोन फोरएस के सिरी निजी सहायक साफ्टवेयर में भी होता है।
सीआरएबी विकसित करने वाले दल की प्रमुख एना कोर्होनन ने कहा कि यह हालांकि अब भी विकास की प्रक्रिया में है, इस प्रणाली का प्रयोग आपसी तालमेल स्थापित करने में हो सकता है जो सभी दस्तावेजों को पढकर भी शायद बहुत मुश्किल होता।
वैज्ञानिकों ने कहा कि इस प्रणाली से कम्प्यूटर इंसानों की तरह अक्षरों को पढ़ सकता है और उसका तात्पर्य निकाल सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली का सबसे पहले प्रयोग रसायनों से कैंसर के खतरे के बारे में पता लगाने में किया जाएगा।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 22, 2011, 11:12