Last Updated: Wednesday, August 10, 2011, 05:05
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने उल्का पिंडों में डीएनए के अंश पाए हैं. इस खोज से इस बात की पुष्टि हो गई है कि पृथ्वी पर जीवन के शुरूआती चरणों में कुछ अनिवार्य चीजें अंतरिक्ष से भी आई. नासा द्वारा वित्त पोषित एक अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने अत्याधुनिक उपकरणों की सहायता से कार्बनिक पदार्थो में समृद्ध 11 उल्कापिंडों और एक यूरेलाइट को स्कैन किया. यूरेलाइट बहुत ही दुर्लभ किस्म के उल्कापिंड होते हैं. नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस की पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया कि वैज्ञानिकों ने तीन न्यूक्लियोबेस का पता लगाया जो कार्बनिक उल्कापिंडों में मौजूद थे. यह धरती पर या तो पाए ही नहीं जाते या अत्यंत दुर्लभ हैं. इनके नाम प्यूराइन, 6,8-डाइअमिनोप्यूराइन और 2,6-डाइअमिनोप्यूराइन हैं.
सह अध्ययनकर्ता जिम क्लेव्स ने कहा कि हम लोग पिछले 50 साल से उल्का पिंडों में न्यूक्लियोबेस का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे. हमारी कोशिश थी कि पता लगाया जा सके कि उनकी उत्पत्ति जैविक तरीकों से हुई या नहीं. उन्होंने कहा कि उल्कापिंडो में ऐसे अवयव मौजूद हैं जो कि धरती पर जीवन पैदा करने में सक्षम हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि हो सकता है, दुनिया पर प्रारंभिक जीवन अंतरिक्ष से आए इन्हीं उल्का पिंडों की वजह से पैदा हुआ हो.
First Published: Wednesday, August 10, 2011, 10:35