Last Updated: Tuesday, December 13, 2011, 05:49
नई दिल्ली : आसमान में बुधवार रात के समय बहुरंगा उल्कावृष्टि से आसमान जगमग होगा जो कि खगोल विज्ञानियों के लिए एक अच्छा मौका होगा। आसमान में उल्कावृष्टि का शानदार नजारा देखने को मिलेगा क्योंकि कल आसमान से 60 उल्काएं गिरेंगी।
साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एड्यूकेटर्स (स्पेस) के अध्यक्ष सी बी देवगन ने कहा, ‘उम्मीद है कि खगोल प्रेमी आसमान में उल्कावृष्टि का शानदार नजारा ले सकेंगे क्योंकि 14 और 15 दिसम्बर की रात में आसमान से उल्काएं गिरेंगी। चूंकि उल्काएं मिथुन नक्षक की दिशा से गिरनी शुरू होंगी इसलिए उन्हें जेमिनिड्स नाम दिया गया है। उल्कावृष्टि का स्रोत धूमकेतु नहीं बल्कि 3200 फैयटन नाम का एक क्षुद्रग्रह है जिसकी 1.4 वर्ष की अंडाकार कक्षा है।’
उन्होंने बताया कि आसमान में चमकीले बहुरंगे, मध्यम गति की उल्कावृष्टि को आसमान में पूर्वी क्षितिज में रात 10 बजकर पांच मिनट से लेकर मध्यरात्रि तक देखा जा सकता है। इस उल्कावृष्टि को देखने के लिए किसी उपकरण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अच्छे तरह से उल्कावृष्टि देखने के लिए जरूरी है कि आसमान साफ हो और धुंध नहीं हो।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 13, 2011, 11:19