कबूतरों के मस्तिष्क में अनोखा जीपीएस

कबूतरों के मस्तिष्क में अनोखा जीपीएस

कबूतरों के मस्तिष्क में अनोखा जीपीएस लंदन : वैज्ञानिकों को हमेशा से इस बात इल्म रहा है कि पक्षी अपना रास्ता तय करने के लिए पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का प्रयोग करते हैं। अब एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि कबूतरों के मस्तिष्क में सूक्ष्म यांत्रिकी होती है जिससे वह अपना रास्ता ढूंढ सकें।

अमेरिका के बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के एक दल ने कबूतरों के मस्तिष्क में ऐसी कोशिकाओं के समूह को ढूंढ निकाला है जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की सूचना कैद करता है। वैज्ञानिकों की मानें तो यह एक तरह का अंतर्राष्ट्रीय ग्लोबल पोजिशनिंग प्रणाली (जीपीएस) की तरह है।

‘साइंस’ जर्नल में प्रकाशित शोध में हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि कैसे यह ‘जीपीएस न्यूरॉन्स’ कबूतरों की मदद करते हैं। शोध दल के प्रो. डेविड डिकमैन ने बताया, ‘पहले भी इस बारे में लोगों ने लिखा है पर अब हमें इस बात का पता लग चुका है कि मस्तिष्क में मौजूद तंत्रिकाओं से यह संभव होता है।’ (एजेंसी)

First Published: Wednesday, May 30, 2012, 08:52

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