Last Updated: Friday, February 17, 2012, 02:52
वाशिंगटन: वैज्ञानिकों ने एक नयी तकनीक विकसित की है जिसके बारे में उनका कहना है कि इसकी मदद से किशोरों में बेचैनी और अवसाद जैसे मानसिक विकारों के पैदा होने के खतरे का सही सही पता लगाया जा सकेगा।
यूनिवर्सिटी कालेज लंदन के वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक कम्प्यूटर प्रोग्राम तैयार किया है जो स्वस्थ किशोरों और मानसिक विकार की चपेट में आने की आशंका वाले किशोरों के ब्रेन स्कैन के बीच भेद कर सकती है ।
यूसीएल में कम्प्यूटर न्यूरोलोजिस्ट तथा प्रमुख शोधकर्ता जैनेना मोराओ मिरांडा के हवाले से लाइवसाइंस ने लिखा है , ‘ हमारे पास एक तकनीक है जिसमें उन किशारों की पहचान करने की असीमित क्षमता है जो बेचैनी और अवसाद के शिकार हेाने वाले हैं ।’ हालांकि मिरांडा ने कहा है कि उनका शोध प्रारंभिक स्तर पर है तथा इसकी अभी विस्तार से व्याख्या और अध्ययन किए जाने की जरूरत है ।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 17, 2012, 08:22