Last Updated: Sunday, February 5, 2012, 08:00
लंदन : वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कूल्हे के प्रत्यारोपण की सर्जरी कराने वाले मरीजों में कैंसर के खतरे तथा आनुवांशिकी क्षति की आशंका बढ़ जाती है
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नए शोध में कूल्हे के प्रत्यारोपण आपरेशन में धातु की डिवाइस को लगाए जाने के बारे में कहा गया है कि इससे कैंसर के खतरे की आशंका बढ़ जाती है और साथ ही ऐसे मरीजों में आनुवांशिकी रूप से होने वाले नुकसान की आशंका भी बढ़ जाती है । संडे टेलीग्राफ में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
ब्रिस्टल विश्वविद्यालय में ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने ऐसे मरीजों की लगातार निगरानी करने के बाद पाया कि प्रत्येक ऐसे पांच मरीजों में से एक के ब्लैडर में कोशिकाओं में असामान्य बदलाव आए और इसी को उन्होंने अपने निष्कर्ष का आधार बनाया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि समस्या प्रत्यारोपण से शुरू होती है जब धातु की बॉल और कप के बीच घृषण से धातु के बहुत सूक्ष्म कण टूटते हैं और ये रक्त में प्रवेश करके सूजन का कारण बन सकते हैं । इससे ये मांसपेशियों और हड्डियों को नष्ट कर सकते हैं ।
इस बात की भी वैज्ञानिकों ने चिंता जतायी है कि रक्त में धातु के सूक्ष्म कणों की मौजूदगी कई प्रमुख अंगों को खतरा पैदा कर सकती है और उन्हें विषाक्त बनाकर कैंसर का खतरा बढ़ा सकती है । विशेष रूप से इससे गुर्दो और ब्लैडर के क्षतिग्रस्त होने की आशंका पैदा हो सकती है ।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 5, 2012, 13:31