गिद्ध की तीन लुप्तप्राय प्रजातियां दिखीं

गिद्ध की तीन लुप्तप्राय प्रजातियां दिखीं

गिद्ध की तीन लुप्तप्राय प्रजातियां दिखींईटानगर : यहां पूर्वी सियांग जिले में स्थित डाइंग इरिंग वन्यजीव अभयारण्य में गिद्ध की तीन लुप्तप्राय प्रजातियां दिखाई पड़ी हैं। राजीव गांधी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इन प्रजातियों के गिद्धों को खोज निकाला है । शोधकर्ता दल में आरजीयू सहायक प्रोफेसर डेनियल मेज और कनिष्ठ शोध फैलो राजन चेत्री शामिल हैं। इन्होंने सियांग क्षेत्र में गिद्धों की संख्या का आकलन करने का कार्य हाथ में लिया था।

उन्होंने बताया कि उन्होंने यहां गिद्धों की कई प्रजातियां देखीं और इनमें उन्हें खासतौर पर जिप्स बेंगालेंसिस ,जिप्स इंडिकस और जिप्स टेन्यूरोस्ट्रिस भी दिखाई दिए । उन्होंने बताया कि तीन दिन तक उनकी टोह में रहने के बाद दल का सामना 49 गिद्धों के दल से हुआ, जिसमें विभिन्न प्रकार के गिद्ध थे। इनमें से सिनेरस, बियर्डिड (दाड़ी वाला) और यूरेशियन ग्रिफोन गिद्ध पहली बार दिखाई पड़े।

उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र और यह अभयारण्य संभवत: गिद्धों के प्रजनन और रिहाइश के लिए सबसे उपयुक्त स्थान बन गया है। इसलिए जरूरी है कि इस अभयारण्य की देखरेख ओैर सुरक्षा का काम पूरी मुस्तैदी से किया जाए ताकि गिद्धों को बचाने और उनकी संख्या बढ़ाने का काम किया जा सके। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 14, 2012, 14:13

comments powered by Disqus