Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 19:13

लंदन : करीब 20 साल पहले ऑस्ट्रिया और इटली के बीच एल्प्स के पर्वतों पर जिस हिममानव ओएत्जी का शव पाया गया था उसकी मौत शायद गिरने से हुई। इससे पहले समझा जाता था कि उसकी मौत तीर लगने से हुई।
डेली मेल के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के इन्सब्रुक विश्वविद्यालय में किए गए एक नए अध्ययन में पाया गया है ओएत्जी की मौत शायद पहाड़ी पर चढ़ते वक्त हुई। करीब 53000 साल पहले। इस तरह वह दुनिया का सबसे पहला पर्वतारोही है जिसकी मौत पर्वतारोहण के दौरान हुई। विशेषज्ञ अब उसके अवशेषों की नए सिरे से स्कैनिंग करेंगे। यह पता लगाने के लिए कि क्या उसके शरीर पर चोट के निशान हैं।
अध्ययन दल के प्रमुख वुल्फगेंग रेचीस के अनुसार उसकी मौत पर्वतारोहण के दौरान हुई दुर्घटना थी न कि उसे तीर से मार गिराए जाने से जैसा पहले सोचा जाता था। हिममानव की प्राकृतिक तौर पर बनी ममी का पता एक जर्मन पर्यटक दम्पति ने ओएत्ज घाटी में 1991 में ट्रेकिंग के दौरान लगाया था और इसी के चलते उसे यह नाम दिया गया।
यह समझा जाता था कि एक तीर उसकी बांयी हंसली (कालरबोन) को बेध गई जिससे काफी खून बह गया। इस सदमे से उसे दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। आज के दिन भी ऐसी चोट में अस्पताल में इलाज के बाद भी बचने के अवसर 40 फीसदी होते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 9, 2011, 00:44