Last Updated: Wednesday, July 11, 2012, 16:19

ज़ी न्यूज ब्यूरो
मेलबॉर्न: दुनिया के सबसे महंगे वैज्ञानिक महाप्रयोग के बाद वैज्ञानिकों ने बीते हफ्ते हिग्स बोसोन (गॉड पार्टिकल) की खोज का दावा किया था। इस दावे के महज एक सप्ताह के बाद वैज्ञानिकों के एक अन्य समूह ने इस खोज पर शंका जताई और कहा कि यह गॉड पार्टिकल नहीं था, बल्कि यह बस एक शरारती छोटी विसंगति है।
गौर हो कि स्विट्जरलैंड स्थित सर्न के वैज्ञानिकों ने पांच दशक से जारी हिग्स बोसॉन (गॉड पार्टिकल’ खोजने के अभियान में महत्वपूर्ण सफलता मिलने की घोषणा की थी। गॉड पार्टिकल के बारे में माना जाता है कि यह उन कणों को द्रव्यमान प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है, जिससे 13.7 अरब वर्ष पहले हुए बिग बैंग (महाविस्फोट) के बाद अंतत: तारों और ग्रहों का निर्माण हुआ।
मेल ऑनलाइन के अनुसार, कार्नेल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने सर्न के बड़े हाड्रोन कोलाइडर में देखे गए नए कण (हिग्स बोसोन से मिलता जुलता कण) पर शंका जताई है और यह सवाल भी खड़े किए हैं कि जिस खोज की घोषणा की गई है, क्या उसके बारे में पर्याप्त आंकड़े जुटाए गए।
न्यूज.कॉम.एयू की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिग्स-हेरेटिक्स इस बात को दर्शाता है कि अभी तक जुटाए गए डाटा अन्य संबद्ध व्याख्याओं को इस मापदंड पर खड़ा उतरने की अनुमति देता है या नहीं। इन वैज्ञानिकों के इस खोज पर अविश्वास की एक बड़ी वजह यह है कि क्या नया कण अभी तक बहुप्रतीक्षित हिग्स बोसोन के समान व्यवहार कर रहा है। जबकि नया कण अनुमान से अलग काफी हल्का है।
उनके अनुसार, हिग्स बोसोन जैसे कण को ढूंढ़ने में यह खोज संभावनाओं का नया दरवाजा खोलेगा। यह दूसरे रहस्यों को सुलझाने में मददगार साबित हो सकता है। जैसा कि डार्क मैटर, जिसके बारे में सोचा गया था कि ब्रह्मांड के चौथाई हिस्से के निर्माण में इसकी अहम भूमिका है।
First Published: Wednesday, July 11, 2012, 16:19