Last Updated: Thursday, August 15, 2013, 16:51

नई दिल्ली : चंद्रमा के लिए दूसरा मिशन, चंद्रयान 2 पूरी तरह से भारतीय कार्यक्रम हो सकता है और इसमें रूस की किसी तरह की मदद नहीं होगी। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में इसका संकेत दिया है।
चंद्रयान 2 मूल रूप से इसरो और रूसी फेडरल स्पेस एजेंसी, रासकॉस्मास के एक संयुक्त मिशन के तौर पर परिकल्पित है। करार के तहत इसरो का काम जीएसएलवी लांच, आरबिटर व रोवर का तथा रूसी एजेंसी की जिम्मेदारी चंद्रमा पर लैंडिंग का काम है। लेकिन, रूस की अगुवाई वाले इंटर-प्लेनेटरी मिशन की नाकामी के बाद रूसी एजेंसी इंटर-प्लेनेटरी मिशनों की समीक्षा कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 15, 2013, 16:51