Last Updated: Monday, March 5, 2012, 07:38
वाशिंगटन : जीवाश्म विज्ञानियों ने दुनिया का सर्वाधिक पुराना पिस्सू खोजने का दावा किया है। यह पिस्सू चार करोड़ साल पहले के हैं जो आकार में काफी बड़े थे और हो सकता है भोजन के लिए डायनासोर पर आश्रित हों।
पिस्सुओं को अन्य एक्टोपारासाइट, अन्य प्राणियों के शरीर पर रहने वाले परजीवी कीटों की तरह जीवाश्म के तौर पर बमुश्किल संरक्षित रखा जा सकता है। इसलिए अब तक उनकी उत्पत्ति और शुरूआती विकास को दर्शाने वाले सबूतों का अभाव था लेकिन अब ऐसा नहीं है।
चाइनीज अकादमी ऑफ साइंसेज के नानजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ जियोलॉजी एंड पैलियनटोलॉजी के प्रोफेसर हुआंग दियिंग के नेतृत्व वाले दल ने अब कहा है कि उसने आंतरिक मंगोलिया में निंगचेंग काउन्टी में मिड्ल जुरासिक दाओहुगाउ बायोटा और चीन के बेइपियाओ शहर में अर्ली क्रिटैसियस जेहोल बायोटा से कई विशाल पिस्सु पाए हैं।
जीवाश्म विज्ञानियों ने दावा किया है कि ये निष्कर्ष पिस्सुओं की उत्पत्ति और उनके शुरूआती विकास और भोजनदायी के अनुकूलन पर नयी रोशनी डालेंगे। ये निष्कर्ष चार करोड़ वर्ष पहले पिस्सुओं के होने का संकेत देते हैं।
ये मिजोजोइक, करीब 2.3 से 6.3 करोड़ वर्ष पूर्व पिस्सू आकार में काफी बड़े हैं। उनकी लंबाई 15 मिमी और कुछ की तो 20 मिमी तक है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 5, 2012, 13:08