Last Updated: Tuesday, April 24, 2012, 13:07
लंदन : वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जीवाणुओं ने अपने महत्वपूर्ण जीनों को म्यूटेशन से बचाने के तरीके विकसित कर लिए हैं। इससे उनके खुद को नुकसान पहुंचाने की क्षमता में काफी कमी आई है।
विज्ञान पत्रिका ‘नेचर’ में प्रकाशित अनुसंधान की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘यूरोपियन मॉलेक्यूलर बायोलॉजी लेबोरेटरीज’ के ‘यूरोपीयन बायोइफॉर्मेटिक्स इंस्टीट्यूट’ की टीम के अनुसार, इस बात को लेकर पिछली आधी सदी से बहस हो रही थी कि कैसे जीवाणुओं में बीमारियां फैलाने वाले म्यूटेशन होते हैं लेकिन इससे उनपर कोई असर नहीं होता।
प्रमुख अनुसंधानकर्ता निकोलस लुसकॉम्ब का कहना है कि हमने पाया कि कोई तो प्रक्रिया है जो जीनोम के कुछ विशेष क्षेत्र की रक्षा करता है। उन्होंने बताया कि अगर हम इस प्रक्रिया में शामिल प्रोटीन की पहचान कर लेते हैं और उसके काम करने के तरीके को जान लेते हैं तो हमारे लिए, म्यूटेशन से जनित कैंसर जैसी बीमारियों का कारण जानना और उसका इलाज खोजना आसान हो जाएगा। अपने अनुसंधान के लिए टीम ने एक लाख बीस हजार जेनेटिक म्यूटेशन्स का विश्लेषण किया है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 24, 2012, 18:37