Last Updated: Saturday, February 4, 2012, 02:48
लंदन: टीबी के मरीजों के लिये एक अच्छी खबर है । भविष्य में उनका इलाज एक अजूबे गोल्डीलॉक्स जीन के आधार पर किया जा सकेगा।
आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह संचारी बीमारियों के उन पहले उदाहरणों में से एक है जहां एक व्यक्ति का जेनिटिक प्रोफाइल इस बात को निर्धारित करेगा कि उनके लिये कौन सी दवा सबसे अच्छे तरीके से काम करेगी ।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये ताजा खोज इस बात को बताती है कि मरीज अपने एलटीए4एच जीन प्रोफाइल के आधार पर अलग अलग दवाओं के इलाज से लाभ उठा सकते हैं ।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 4, 2012, 08:18