Last Updated: Thursday, October 6, 2011, 18:05
नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शिक्षा को कक्षा के ब्लैकबोर्ड से आगे ले जाने के उद्देश्य से बहुप्रतिक्षित नवोन्मेष पाठ्यक्रम पेश किया जो भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी तरह की एकमात्र पहल है.
गणित और आईटी पाठ्यक्रम के साथ बीटेक बीएस नावेन्मेष पाठ्यक्रम के पहले बैच का स्वागत करते हुए डीयू के कुलपति दिनेश सिंह ने उम्मीद जताई कि यह अद्भुद पाठ्यक्रम मूल भारतीय पारंपरिक शिक्षा को बहाल करने और छात्रों को अपने आप और दुनिया की खोज करने में सहायक होगी.
चार साल का यह स्नातक पाठ्यक्रम दिल्ली यूनिवर्सिटी की नवोन्मेष कार्यक्रम का हिस्सा है जो अंतर विषयक डिग्री के रूप में होगी और छात्रों को विषयों से रूबरू कराने में कारगर होगी. सिंह ने कहा, ‘हमने इस पाठ्यक्रम को इस तरह से तैयार किया है कि चार वर्ष समाप्त होने के बाद आप अपनी प्रतिभा के अनुरूप माइक्रो बायोलाजी, गणित, कम्प्यूटर विज्ञान या वित्त विषय पढ़ सकते हैं. कोई भी विषय जो आप पढ़ने के लिए चुनेंगे, उससे आपको लाभ होगा.’
सिंह ने कहा कि पाठ्यक्रम को इस प्रकार से तैयार किया गया है कि देश में पढ़ाई लिखाई की एक वैकल्पिक व्यवस्था बनायी जा सके और शिक्षण को ब्लैकबोर्ड शिक्षा से आगे ले जाया जा सके. इस पाठ्यक्रम के तहत, छात्र काफी समय प्रयोगशाला में देंगे ताकि वास्तविक और आभाषी दोनों तरह के ज्ञान का अनुभव प्राप्त हो सके.
यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर प्रो. एच.पी. सिंह ने कहा, ‘इस पाठ्यक्रम के तहत छात्र झुग्गी-झोपड़ी और अर्ध शहरी क्षेत्रों की समस्याओं का भी अध्ययन करेंगे ताकि नवोन्मेष के माध्यम से इसका समाधान निकाला जा सके.
(एजेंसी)
First Published: Thursday, October 6, 2011, 23:35