Last Updated: Friday, August 10, 2012, 19:27
नई दिल्ली : दिल्ली के एक लड़के ने नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की अंतरिक्ष यान आधारित सोहो वेधशाला के डाटा का इस्तेमाल कर एक नया धूमकेतु खोजा है। एल्कन पब्लिक स्कूल के कक्षा 12वीं के छात्र प्रफुल्ल शर्मा द्वारा खोजे गए नए धूमकेतु (सोहो 2333) के बारे में माना जाता है कि यह अपेक्षाकृत बड़े धूमकेतु मैछोल्ज का हिस्सा है जो 2007 में सूर्य के नजदीक आने के समय अलग हो गया था।
शर्मा दिल्ली स्थित गैर सरकारी संगठन ‘साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स’ (स्पेस) से जुड़ा रहा है। वह धूमकेतु की खोज करने वाली वैश्विक टीम का हिस्सा है।
ब्रिटिश एस्ट्रोनामिकल एसोसिएशन ने भी इस खोज की पुष्टि कर दी है और इसे खोजे गए नए धूमकेतुओं की सूची में शामिल कर लिया है। स्पेस के अध्यक्ष चंद्र भूषण देवगन ने कहा कि सोहो (सोलर एंड हेलिओस्फेरिक ऑब्जर्वेटरी) धूमकेतु छोटे धूमकेतु हैं जो आम तौर पर सूर्य के नजदीक पाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें से ये अधिकतर धूमकेतु सूर्य से टकराकर नष्ट हो जाते हैं और फिर दोबारा दिखाई नहीं देते।
हालांकि, सोहो-2333 अपने मूल धूमकेतु मैछोल्ज की तरह ही प्रतीत होता है और इसकी कक्षा इंटरनेशनल एस्ट्रोनामिकल यूनियन द्वारा तय की जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 10, 2012, 19:27