Last Updated: Friday, September 13, 2013, 17:04
वाशिंगटन : प्रक्षेपण के करीब 36 साल बाद और सूर्य से करीब 19 अरब किलोमीटर का सफर तय कर चुका अमेरिकी अंतरिक्ष यान वॉयेजर 1 तारों के बीच सफर करने वाला मानव निर्मित पहला यान बन गया है ।
नासा ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नया एवं अभूतपूर्व डाटा संकेत देता है कि वॉयेजर 1 करीब एक साल से तारों के बीच अंतरिक्ष में वर्तमान में मौजूद प्लाज्मा या आयनित गैस के जरिए यात्रा कर रहा है ।
कैलिफोर्निया इंस्टिटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी आधारित वॉयेजर परियोजना से जुड़े वैज्ञानिक एड स्टोन ने कहा, ‘अब हमें नया, महत्वपूर्ण डाटा मिला है, हमारा मानना है कि यह तारों के बीच अंतरिक्ष में मानव जाति की ऐतिहासिक छलांग है।’ उन्होंने कहा, ‘वैज्ञानिक नहीं जानते कि वॉयेजर तारों के बीच अंतरिक्ष के अबाधित क्षेत्र में कब पहुंचेगा जहां सूर्य का कोई प्रभाव नहीं है ।’ वॉयेजर, सोलर बबल के ठीक बाहर ट्रांजीशनल क्षेत्र में है जहां सूर्य के कुछ प्रभाव अब भी मौजूद हैं ।
साइंस पत्रिका के कल के संस्करण में इस नए डाटा के विश्लेषण पर एक रिपोर्ट छपी है । यह एक ऐसा प्रयास है जिसका नेतृत्व डोन गुरनेट और यूनिविर्सिटी ऑफ आयोवा की प्लाज्मा वेव विज्ञान टीम द्वारा किया जा रहा है । (एजेंसी
First Published: Friday, September 13, 2013, 17:04