Last Updated: Tuesday, October 11, 2011, 12:44
लंदन : वैज्ञानिकों ने पहली बार पाया है कि दिमाग के उम्रदराज होने पर न्यूरॉन को जोड़ने वाली संरचना का आकार तनावपूर्ण स्थिति में काफी बढ जाता है। उनका दावा है कि इस खोज से अल्जाइमर्स और पार्किंसन जैसी बीमारियों को समझने में मदद मिलेगी।
यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क और हल यॉर्क मेडिकल स्कूल की टीम और पेनिनसुला कॉलेज ऑफ मेडीसिन एंड डेंटिस्ट्री के अनुसंधानकर्ताओं ने फ्रूट फ्लायी के दिमाग में पाए जाने वाले सिनैप्सिस के तनाव से निपटने का अध्ययन किया।
सिनैप्सिस न्यूरॉन को दिमाग की अन्य कोशिकाओं को संकेत जारी करने की अनुमति देता है।
उन्होंने पाया कि तनावपूर्ण स्थिति जैसे न्यूरोन के क्षरण से सिनैप्सिस का आकार बेहद बढ जाता है जिससे दिमाग के सामान्य तौर पर काम करने की संभावना कम हो जाती है। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि ऐसे तनाव अल्जाइमर्स और पार्किंसन बीमारियों के दौरान होते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 11, 2011, 18:36