Last Updated: Thursday, December 8, 2011, 09:07
लंदन : मृत सागर करीब एक लाख बीस हजार साल पहले लगभग विलुप्त हो चुका था और वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि उसके जल स्तर में जिस प्रकार लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है उससे मध्य पूर्व में सूखे की स्थिति को वह ज्यादा दिनों तक नहीं झेल सकेगा।
मृत सागर की तलछट से ड्रिल करके निकाले गए नमूनों का अध्ययन करने वाले पर्यावरण वैज्ञानिकों के एक दल का कहना है कि हमने पाया है कि जल से हमेशा भरे रहने वाले इस जल स्रोत में जल स्तर चेतावनी के स्तर तक पहुंच गया है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि इस्राइल और जॉर्डन की सीमा पर स्थिर मृत सागर अब लंबे समय तक इलाके के सूखे के प्रकोप से नहीं बच सकेगा क्योंकि उसे ताजा पानी देने वाली ज्यादातर सहायक नदियों का पानी कृषि में इस्तेमाल होने के कारण उस तक नहीं पहुंच पाता है।
मृत सागर धरती का सबसे निचला स्तर है। यह समुद्र स्तर से 425 मीटर नीचे है। यह खारे पानी का सागर है।
डेली टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक वैज्ञानिकों ने अपनी जांच में पाया कि आज से करीब 1,20,000 साल पहले यह लगभग वाष्पित हो गया था। उस वक्त इसके किनारे पर कुछ ही लोग बसे हुए थे।
वर्ष 1997 से अभी तक मृत सागर में जल स्तर 10 मीटर से ज्यादा नीचे गिरा है
। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 8, 2011, 14:37