प्रतिरक्षा प्रणाली के ‘शांतिदूतों’ की खोज - Zee News हिंदी

प्रतिरक्षा प्रणाली के ‘शांतिदूतों’ की खोज

 


वाशिंगटन : मानव शरीर की त्वचा और आंतों में शरीर की कोशिकाओं से ज्यादा जीवाणु होते हैं। मगर हम यह नहीं जानते कि आखिर ऐसा क्या है जो हमें बताता है कि वह जीवाणु हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं।


 


हाल ही में सिडनी के सेंटेनरी इंस्टिट्यूट के एक अंतरराष्ट्रीय दल का दावा है कि उन्होंने प्रतिरक्षा प्रणाली के ‘शांतिदूतों’ यानी शरीर को अहानिकर जीवाणुओं के बारे में जानकारी देने वाली कोशिकाओं का पता लगा लिया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस खोज से जलन संबंधी बीमारियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने वाली अन्य बीमारियों के लिए उचित इलाज खोजने में सहायता मिलेगी।


 


दल के प्रमुख प्रोफेसर बारबरा फाजेकाज द सेंट ग्रोथ ने इस अनुसंधान में दिखाया है कि त्वचा के बाहरी भाग में स्थित प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं लगातार ‘शांतिदूतों’ का कार्य करती हैं ताकि प्रणाली जीवाणुओं के प्रति सामान्य प्रतिक्रिया व्यक्त ना करे।


(एजेंसी)


First Published: Wednesday, October 19, 2011, 13:15

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