Last Updated: Monday, June 3, 2013, 08:19

ब्यूनस आयर्स: अर्जेटीना और क्यूबा के वैज्ञानिकों की एक टीम ने फेफड़े के कैंसर के इलाज के लिए प्रथम उपचारात्मक टीका ईजाद किया है। `इनसड ग्रुप` ने शुक्रवार को कहा कि यह टीका ट्यूमर होने से नहीं बचाता, बल्कि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को क्रियाशील कर रोग को खत्म करता है।
इस टीके को `रैकोटुमोमैब` नाम दिया गया है। इस टीके का नियंत्रित नैदानिक परीक्षण (क्लिीनकल ट्रायल) किया जा चुका है। देखा गया है कि इसके दो वर्षो के इस्तेमाल के बाद फेफड़े के कैंसर के मरीजों के जिंदा रहने का प्रतिशत तिगुना हो गया।
यह टीका क्यूबा के आण्विक प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान और अर्जेटीना के प्रसिद्ध संस्थानों के विशेषज्ञों की मेहनत का नतीजा है।
यह टीका कैंसर के उन्नत चरणों और रोग के अन्य अंगों में फैलने के स्थिति में इस्तेमाल किया गया। यह उन मरीजों को भी दिया गया जिन्होंने कीमियोथेरेपी और रेडिएशन से उपचार कराया था और जिनकी हालत स्थिर थी।
टीके का विकास करने वाले संघ के संस्थापक और इनसड ग्रुप के ह्यूगो सीगमैन ने कहा कि इस तरीके से उपचार का उद्देश्य कैंसर के इलाज में महत्वूर्ण बदलाव लाना है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, फेफड़े के कैंसर से प्रतिवर्ष 14 लाख लोगों की मौत हो जाती है।
अर्जेटीना दुनिया का पहला देश होगा जहां यह टीका जुलाई से मिलना शुरू जाएगा। क्यूबा में भी इस टीके को मंजूरी मिल चुकी है। इसकी बिक्री के लिए अमेरिका और एशिया के 25 देशों को लाइसेंस दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 3, 2013, 08:19