बच्चों की वृद्धि रोकने वाले जीन परिवर्तन की खोज

बच्चों की वृद्धि रोकने वाले जीन परिवर्तन की खोज

बच्चों की वृद्धि रोकने वाले जीन परिवर्तन की खोज
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने बच्चों के शरीर के कम विकास के लिए जिम्मेदार जीन परिवर्तन को खोज निकाला है। यह जीन परिवर्तन बच्चों में होने वाले आईएएमएजीई सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार है। यह सिंड्रोम एक तरह की गड़बड़ी है जो कि बच्चों के विकास को रोक देती है। इस खोज के बाद अब इस गड़बड़ी के लिए नए टैस्ट और इलाज खोजे जा सकेंगे।
इस अनियमितता के चलते बच्चों का शरीर और अंग बहुत छोटे होते हैं, जिससे कि अक्सर जान का खतरा बना रहता है। हालांकि इस अनियमितता की खोज तो 20 साल पहले ही हो गई थी लेकिन इस बीमारी के लिए जिम्मेदार कारणों का पता वैज्ञानिक नहीं लगा सके थे। यह शोध करने वाले कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एरिक वाइलेन ने यह बीमारी सबसे पहले फ्रांस के दो बच्चों में देखी। उनकी उम्र तो तीन और छह साल थी लेकिन वे अपनी उम्र से काफी छोटे दिखते थे। वाइलेन ने लाइव साइंस को बताया कि मुझे इस बीमारी का कारण नहीं पता चल सका था। मैं 1993 से लगातार इस बीमारी की वजहों को तलाश रहा हूं।
एक अर्जेंटीनियाई परिवार और दूसरे मरीजों की जीन संरचना का अध्ययन करते हुए आखिरकर वाइलेन को इस बीमारी की वजह पता चल ही गई। इस सिंड्रोम से प्रभावित कुल 20 मरीजों की पहचान की गई। और उनमें से कई लोगों ने अपनी जीन्स के परीक्षण के लिए नमूने दिए। वाइलेन कहते हैं कि इस सिंड्रोम से प्रभावित एक परिवार के सभी सदस्यों में सीडीकेएन1सी नामक जीन्स में परिवर्तन थे। हमें थोड़ी हैरानी भी हुई, क्योंकि यह परिवर्तन उस जीन पर हो रहे थे, जिसे बेकविद वीडमैन सिंड्रोम के लिए जिम्मेदार माना गया था। यह एक ऐसी बीमारी है जो शरीर और अंगों का आकार बड़ा कर देती है। बढ़ जाती है। इनमें से सबसे साधारण विल्म ट्यूमर और गुर्दे से जुड़ा कैंसर है। विल्म ट्यूमर बच्चों में किडनी कैंसर का एक प्रकार है। (एजेंसी)

First Published: Monday, May 28, 2012, 13:49

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