ब्रह्मांड में तारों के निर्माण में आई भारी कमी

ब्रह्मांड में तारों के निर्माण में आई भारी कमी

ब्रह्मांड में तारों के निर्माण में आई भारी कमीलंदन : खगोलविदों ने दावा किया है कि ब्रह्मांड में नए तारों के निर्माण में भारी कमी आई है। नए तारों के बनने में आई गिरावट के चलते यह अब अपनी अधिकतम संख्या का तीसवां भाग ही रह गया है और यह गिरावट अभी भी जारी है।

अपने किस्म के अब तक के सबसे बड़े अध्ययन में वैज्ञानिकों ने विभिन्न दूरियों पर तारामंडलों का एक व्यापक सर्वेक्षण किया है जिसमें पिछले प्रयासों के मुकाबले दस गुना ज्यादा आंकड़े लिए गए हैं।

अलग-अलग दूरियों से आने वाले प्रकाश को हम तक आने में लगे समय का अर्थ है कि हम अलग-अलग समयकाल में कुछ चुनिंदा तारामंडलों को ही देखते हैं।

इन तारामंडलों में गैस और धूल के बादलों से आने वाले प्रकाश को देखकर वैज्ञानिकों ने तारों के बनने की दर का आकलन किया। वैज्ञानिकों ने यह अध्ययन नीदरलैंड के लीडेन विश्वविद्यालय के डॉक्टर डेविड सोब्राल के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने पाया कि ब्रह्मांड में तारों के निर्माण में समग्र रूप से पिछले 11अरब सालों में लगातार गिरावट आई है। आज यह 11 अरब साल पहले के अपने सर्वोच्च निर्माण से लगभग 30 गुना कम है।

सोब्राल ने कहा कि आप कह सकते हैं कि ब्रह्मांड में एक लंबा, गंभीर ‘संकट’ है। अंतरिक्षीय सकल घरेलू उत्पाद का परिणाम तारे निर्माण के अपने चरम समय का अब महज तीन प्रतिशत रह गया है। इस अध्ययन को मंथली नोटिसेज ऑफ द रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी की पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 7, 2012, 15:08

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