भारत के 100वें अंतरिक्ष अभियान की उल्टी गिनती शुरू

भारत के 100वें अंतरिक्ष अभियान की उल्टी गिनती शुरू

भारत के 100वें अंतरिक्ष अभियान की उल्टी गिनती शुरूचेन्नई : भारत के 100वें अंतरिक्ष अभियान की उल्टी गिनती 51 घंटे पहले शुरू हो गई। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से नौ सितम्बर को रॉकेट प्रक्षेपित किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुक्रवार सुबह 6.51 बजे शुरू हो गई।

पीएसएलवी रॉकेट फ्रांस एवं जापान के उपग्रहों को लेकर रविवार सुबह 9.51 बजे अंतरिक्ष के लिए रवाना होगा। प्रक्षेपण के समय रॉकेट का वजन 230 टन होगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अधिकारी ने बताया, उल्टी गिनती सामान्य ढंग से चल रही है।

इस रॉकेट के साथ 715 किलोग्राम का फ्रांसीसी उपग्रह स्पॉट जा रहा है जो पीएसएलवी से प्रक्षेपित किया जाने वाला अबतक का सबसे भारी विदेशी उपग्रह है। दूसरी तरफ जापानी उपग्रह का वजन 15 किलोग्राम है।

इसरो अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भारत के 100वें अंतरिक्ष अभियान के अवसर पर मौजूद रह सकते हैं। वह शनिवार शाम को प्रक्षेपण स्थल पर पहुंचेंगे।

अब तक पीएसएलवी ने 54 में से 53 उपग्रहों को सफलतापूर्वक उनकी कक्षा में प्रक्षेपित किया है जबकि इसरो ने 27 विदेशी उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया।

भारत ने अब तक 62 उपग्रह और 37 रॉकेट का निर्माण किया है। इस तरह अब तक कुल 99 भारतीय अंतरिक्ष अभियान हुए हैं।

भारत ने अपना अंतरिक्ष अभियान 1975 में रूसी रॉकेट द्वारा आर्यभट्ट उपग्रह के प्रक्षेपण के साथ शुरू की थी। इसने पहला रॉकेट एसएलवी (रॉकेट उपग्रह प्रक्षेपण यान) का निर्माण किया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, September 8, 2012, 20:12

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