Last Updated: Wednesday, August 15, 2012, 17:17

लॉस एंजिल्स: नासा के नवीनतम रोवर ‘क्यूरोसिटी’ का मंगल पर अभी चहलकदमी करना बाकी है लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि वह मंगल के माउंट शार्प पर्वत पर जाने के लिए रोवर के संभावित मार्गों का मानचित्रण करना शुरू कर चुके हैं।
भूमध्य रेखा के पास गाले क्रेटर में पिछले हफ्ते उतरने के बाद से यहां खड़े रोवर की सिर से लेकर पहिए तक की पूरी जांच की जा रही है। परमाणु ऊर्जा से संचालित यह रोवर माउंट शार्प पर्वत से आठ किलोमीटर की दूरी पर खड़ा है जहां पूर्व में पानी के होने के निशान पाए गए हैं।
क्यूरोसिटी का मुख्य लक्ष्य निचली ढ़लानों पर जाना है जहां यह पता लगाया जाएगा कि मंगल का परिवेश सूक्ष्मजीवों के अनुकूल था या नहीं। कल नासा जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री के उप परियोजना वैज्ञानिक अश्विन वसवदा ने कहा कि वैज्ञानिक दल ‘इस दिशा में आग बढ़ रहा है। यह लेबोरेट्री 2.5 अरब डॉलर की इस मिशन का प्रबंधन कर रही है। वैज्ञानिक
कूयरोसिटी द्वारा ली गई मंगल की तस्वीरों का अध्ययन कर रहे हैं। कंकड़ों से भरा भूभाग जहां रोवर उतरा है वहां रोवर का घूमना आसान है लेकिन माउंट शार्प के पास का परिदृश्य विषम है।
वसावदा ने अनुमान लगाया कि रोवर द्वारा एक दिन में एक फुटबॉल के मैदान के बराबर दूरी तय करने पर इसे पर्वत तक पहुंचने में एक साल लगेंगे। पर्वत तक जाने के दौरान छह पहियों वाला रोवर रास्ते में मिलने वाले चट्टानों और मिट्टी का अध्ययन करेगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 15, 2012, 17:17