Last Updated: Monday, November 28, 2011, 12:13
वॉशिंगटन : वैज्ञानिकों ने पहली बार मंगल ग्रह पर अपनी जगह बदलते बालू के टिब्बों और तरंगों का पता लगाया है जिसका सीधा सा अर्थ है कि इस लाल ग्रह की रेतीली सतह पर तेज हवाएं हमारी पहले की कल्पना से भी कहीं तेज बहती हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि नासा के अंतरिक्ष यान मार्स रिकनेसांस आर्बिटर से मिली तस्वीरों से पता चलता है कि मंगल ग्रह की सतह पर बालू के टिब्बे हवाओं के बहने से अपनी जगह बदलते रहते हैं और कई बार तो एक ही बार में कई गज तक आगे बढ़ जाते हैं।
अमेरिका के जॉन हापकिंस विश्वविद्यालय की व्यावहारिक भौतिकी प्रयोगशाला के खगोल विज्ञानी और प्रमुख शोधकर्ता नाथन ब्रिजेज ने कहा, मंगल ग्रह पर या तो हमारी पहले की कल्पना से अधिक तेज हवाएं चलती हैं या हो सकता है कि इन हवाओं के कारण अधिक मात्रा में बालू अपनी जगह बदलती है।
स्पेसडॉटकॉम ने ब्रिजेज के हवाले से कहा, हमारा मानना था कि मंगल ग्रह पर बालू तुलनात्मक तौर पर स्थिर होती है लेकिन इन नये प्रेक्षणों ने हमारी सोच को पूरी तरह बदल डाला है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 28, 2011, 17:43