Last Updated: Tuesday, August 23, 2011, 04:55
वाशिंगटन : वैज्ञानिक दावे कर रहे हैं कि कच्चे माल के रूप में कार्बन डाईऑक्साइड का उपयोग करने वाले कृत्रिम जीव एक दिन मानव को मंगल पर बसने में मदद कर सकते हैं. दुनिया के पहले कृत्रिम जीव का निर्माण कर सुर्खियों पर छाने वाले अमेरिकी वैज्ञानिक क्रैग वेंटर का दावा है कि उसका दल अब इस तरह की कोशिकाओं का डिजाइन करने का प्रयास कर रहा है जो भोजन, ईधन, प्लास्टिक और अन्य उत्पादों का निर्माण करने के लिए वायुमंडलीय कार्बन डाईऑक्साइड का उपयोग कर सके.
वेंटर ने नासा की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि इस क्षमता का धरती पर बहुत निहितार्थ है, लेकिन यह मंगल को ज्यादा रहने योग्य बनाएगा. मंगल के वायुमंडल में ज्यादातर कार्बन डाईऑक्साइड है. लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार वेंटर ने कहा कि इस प्रकार की प्रक्रियाएं हमें कार्बन डाईऑक्साइड से जरूरी लगभग सभी चीजें बनाने का मौका देगी.
वेंटर ने कहा कि धरती पर लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में हमारे लिए मंगल एक अच्छा विकल्प हो सकता है. साथ ही खाद्य पदार्थ और ईधन पैदा करने मानवों की प्राथमिकता है. ऐसे कृत्रिम जीव हमारे बहुत काम आ सकते हैं. वेंटर की कंपनी सिंथेटिक जेनोमिक्स ऐसे शैवाल पैदा करने की कोशिश कर रही है जिनकी मदद से सस्ता और प्रभावी जैविक ईधन बनाया जा सके.
First Published: Tuesday, August 23, 2011, 10:25