Last Updated: Saturday, July 14, 2012, 18:40

मैसूर : भारत अपने महत्वकांक्षी मंगल मिशन पर आगे बढ़ रहा है। उम्मीद है कि इसे अगले साल नवंबर में अंजाम दिया जा सकता है। अंतरिक्ष विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अंतरिक्ष विभाग के सचिव और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के राधाकृष्णन ने यहां संवाददाताओं से कहा, इस संभावित मिशन के संदर्भ में अनेक अध्ययन किए गए हैं।
उन्होंने कहा, हम अब इसकी मंजूरी के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। मुझे विश्वास है कि जल्द ही मंगल मिशन के बारे में घोषणा की जाएगी। इसरो के अधिकारियों के मुताबिक प्रस्तावित मंगल मिशन के बारे में कई अहम् कार्यों को अंजाम दिया जा चुका है और वैज्ञानिक पेलोडों (अंतरिक्ष उपकरण) की सूची तैयार कर ली गई है।
भारतीय मंगल की कक्षा तक मिशन के लिए परियोजना रिपोर्ट सरकारी मंजूरी के लिए सौंप दी जा चुकी है।
इस मिशन के तहत ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (पीएसएलवी) के जरिए एक परिक्रमा करने वाले उपकरण (आर्बिटर) को प्रक्षेपित करने की योजना है।
वैज्ञानिक उपकरण मंगल ग्रह के चारों ओर 500 गुणा 80,000 किलोमीटर की कक्षा में परिक्रमा करेगा। इसमें करीब 25 किलोग्राम के एक वैज्ञानिक पेलोड से लैस होने का भी प्रावधान होगा।
इसरो के मुताबिक मंगल मिशन का लक्ष्य उस ग्रह पर जीवन की संभावना, जलवायु, भूतत्व और इस ग्रह पर जीवन की निरंतरता के बारे में पता लगाना है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 14, 2012, 18:40