Last Updated: Tuesday, August 28, 2012, 09:09

लंदन : वैज्ञानिकों ने ऐसे जेनेटिक म्यूटेशन का पता लगाया है जो मस्तिष्क ट्यूमर के खतरे को छह गुना बढ़ा देते हैं। उनके इस खोज से बीमारी की जांच और इलाज दोनों के नए आयाम खुलेंगे। अमेरिका के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जेनेटिक म्यूटेशन वाले जीन में गुआनिन (जी) के स्थान पर एडिनीन (ए) मौजूद है। ‘डेली मेल’ की खबर के अनुसार, जेनेटिक कोड में यह बदलाव मस्तिष्क ट्यूमर (ग्लिओमा) के खतरे को छह गुना बढ़ा देता है।
सैन फ्रांसिस्को के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक प्रोफेसर माग्रेट व्रेंच ने कहा, धीरे-धीरे फैलने वाला यह जानलेवा ट्यूमर लोगों में कैसे फैलता है यह जानना बहुत जरूरी है। यह ट्यूमर के इलाज और भविष्य में उसके रोकथाम को भी संभव बना सकता है। इस अनुसंधान के परिणाम जर्नल ‘नेचर जेनेटिक्स’ में प्रकाशित हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 28, 2012, 09:09