वैज्ञानिकों ने तारों से उत्पन्न ब्रह्मांडीय कोहरे को मापा

वैज्ञानिकों ने तारों से उत्पन्न ब्रह्मांडीय कोहरे को मापा

वैज्ञानिकों ने तारों से उत्पन्न ब्रह्मांडीय कोहरे को मापा वाशिंगटन : खगोलविदों ने ब्रह्मांड में तारों के संबंध में अब तक का सबसे सटीक माप किया है जिसके तहत उन्होंने प्रकाश की पूर्ण मात्रा का पता लगाया है जिसमें सभी तारे सम्मिलित हैं जो कभी प्रकाशमान थे।

नासा के फर्मी गामा-रे स्पेस टेलिस्कोप का प्रयोग कर वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया कि विभिन्न ऊर्जाओं से कितनी गामा किरणें उत्सर्जित होनी चाहिए।

ज्यादा दूरी के तारे उच्च ऊर्जा पर भी कम गामा किरणें उत्सर्जित करते हैं जो कि ब्रह्मांडीय कोहरे के कारण होता है।

इस माप से वैज्ञानिक इस कोहरे की मोटाई का पता लगाने में सक्षम हुए।

यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में खगोलविद वोल्कर ब्रोम ने कहा, ‘फर्मी के इस परिणाम से अब हमें ब्रह्मांडीय तारों की उत्पत्ति के बारे में चौंकाने वाले तथ्य पता चलने की संभावना बढ़ गई है।’

ब्रोम ने कहा,‘सामान्य तौर पर फर्मी ने हमें पहले तारे की छायात्मक तस्वीर दिखाई जबकि वेब से इसे सीधे तौर पर पहचाना जा सकेगा।’

आकाशगंगा से बाहर की रोशनी को मापना फर्मी का प्राथमिक लक्ष्य है। नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में इस मिशन की प्रोजेक्ट वैज्ञानिक जूली मैकएनरी ने कहा,‘हम इस माप के विस्तार की संभावनाओं को लेकर बहुत उत्साहित हैं।’ गामा किरणें प्रकाश से भी ज्यादा ऊर्जावान होती हैं। वर्ष 2008 में फर्मी के लॉन्च के बाद इसकी लार्ज एरिया टेलिस्कोप (एलएटी) ने प्रत्येक तीन घंटे में गामा किरणों की ऊर्जा का पूरे आकाश में आकलन कर लिया था। (एजेंसी)

First Published: Sunday, November 4, 2012, 13:17

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