Last Updated: Thursday, August 16, 2012, 18:44
मेलबर्न : वैज्ञानिकों ने पहली बार जानलेवा बीमारी ‘हेपेटाइटिस सी’ का टीका विकसित करने का दावा किया है। यकृत संबंधी इस बीमारी से दुनिया के करीब 20 करोड़ लोग पीड़ित हैं।
मेलबर्न स्थित बर्नेट इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने एक बयान में कहा कि ‘हेपेटाइटिस सी’ एक संक्रामक बीमारी है जिसमें ‘हेपेटाइटिस सी विषाणु’ विशेष तौर पर यकृत को संक्रमित करता है। इस टीके के ईजाद होने से पूरी दुनिया में लोगों को इस संक्रमण से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने ‘हेपेटाइटिस सी’ टीके के रहस्य को सुलझा लिया है जिससे इस विषाणु के प्रतिरोधक टीके का पूरी तरह विकास किया जा सकेगा।
यह ऐसा विषाणु है जिसमें अपनी संरचना को बदलने की क्षमता है और यह तुरंत अपने प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ा सकता है इसलिए इसका प्रतिरोधी टीका विकसित करना बहुत मुश्किल है। फिलहाल इस टीके का पहले चरण का प्रायोगिक परीक्षण चल रहा है। इसे बर्नेट इंस्टीस्ट्यूट की एसोसिएट प्रोफेसर हैदी ड्रमर ने विकसित किया है। हैदी ने अपने अनुसंधान के बारे में प्रस्तुति 13 अगस्त को अमेरिका में कैम्ब्रिज के ‘इम्यूनोथेराप्यूटिक एण्ड वैक्सीन समिट’ में दिया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 16, 2012, 18:44