Last Updated: Thursday, September 20, 2012, 09:01

वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि शार्क को रंगों की पहचान नहीं होती । इस नयी खोज से मानव और शार्क के बीच के रिश्तों को समझने में मदद मिल सकती है ।
आस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने पहली बार शार्क की दृष्टि प्रणाली की स्पेक्ट्रल ट्यूनिंग और जेनेटिक बेसिस का अध्ययन किया।
यूनिवर्सिटी आफ वेस्टर्न आस्ट्रेलिया के स्कूल आफ एनीमल बायोलोजी तथा द ओशन इंस्टीट्यूट के सहायक प्रोफेसर नथान हार्ट ने बताया कि इससे हमें फिशिंग गियर का डिजाइन तैयार करने में मदद मिलेगी जो मछली की प्रजातियों को निशाना बनाने के काम आता है । दूसरा , इससे गोताखोरों और सर्फर के लिए विशेष प्रकार के परिधान बनाने में सहायता मिलेगी ताकि वे शार्को का शिकार बनने से बच सकें । (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 20, 2012, 09:01