सदी की अंतिम ‘शुक्र संक्रांति’ का दीदार आज

सदी की अंतिम ‘शुक्र संक्रांति’ का दीदार आज

सदी की अंतिम ‘शुक्र संक्रांति’ का दीदार आजनई दिल्ली : लोगों को बुधवार को अद्भुत आकाशीय घटना देखने को मिलेंगी जब शुक्र अपने मार्ग पर गुजरता हुआ सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाएगा और अन्य ग्रह उसकी सीध में होंगे। इस दुर्लभ खगोलीय घटना को ‘शुक्र संक्रांति’ के नाम से जाना जाता है और यह एक सदी में एक बार जोड़े में देखने को मिलती है।

किसी भी व्यक्ति के जीवनकाल में यह घटना एक बार सामने आती है। बुधवार को इसका नजारा देखने के लिए कई जगहों पर विशेष व्यवस्था की गई है।

अगली शुक्र संक्रांति 11 दिसंबर 2117 और आठ दिसंबर 2125 को देखने को मिलेगी। नेहरू ताराघर के निदेशक एन रंथनाश्री ने कहा कि शुक्र संक्रांति दुर्लभ खगोलीय घटना है जब शुक्र अपने मार्ग पर गुजरता हुआ पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। इस समय वह ग्रह सूर्य के समक्ष एक काले धब्बे के समान दिखाई पड़ता है। स्पेस के निदेशक सी बी देवगन ने कहा कि अगली शुक्र संक्रांति 2117 में सामने आएगी।

पूर्वी भारत के लोग इस खगोलीय घटना के पहले हिस्से को सूर्योदय के बाद साढे पांच घंटे तक देख सकेंगे जबकि पश्चिमी क्षेत्र के लोगों को इस घटना का दीदार साढे चार घंटे तक होगा। यह पूरी घटना उत्तर पश्चिम अमेरिका, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र, उत्तरी एशिया, जापान, कोरिया, पूर्वी चीन, फिलीपीन, पूर्वी आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में देखी जा सकेगी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, June 6, 2012, 00:48

comments powered by Disqus