Last Updated: Saturday, January 5, 2013, 17:30

कोलकाता : सूर्य का अध्ययन करने के लिए भारत जल्द ही दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन बनाने वाला है। यह दूरबीन लद्दाख में स्थापित की जाएगी जिसकी मदद से सूर्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जा सकेगा।
लद्दाख के पांगोंग झील के पास हेनल या मेराक में शुरू की जाने वाली इस परियोजना में 300 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
सूर्य के अध्ययन के लिए अभी तक सबसे बड़ी दूरबीन अमेरिका के एरिजोना में है। 1.6 मीटर के एपर्चर या छिद्र की माप वाली यह दूरबीन किट पीक वेधशाला में स्थापित है।
इस परियोजना के प्रधान अन्वेषक सिराज हसन ने संवाददाताओं को बताया,‘सूर्य के अध्ययन के लिए दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन का निर्माण इस साल शुरू हो जाएगा।’
इस दूरबीन के छिद्र की माप दो मीटर होगी और इसका निर्माण 2017 तक पूरा हो जाएगा। वैसे, खबर यह भी है कि 2020 में अमेरिका हवाई में चार मीटर के एपर्चर की माप की दूरबीन बनाने जा रहा है।
हसन ने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य सूर्य के धब्बों के निर्माण और उनके विघटन का अध्ययन करना है।
इस दूरबीन के कई हिस्से भारत में ही बनेंगे और कुछ उपकरणों को जर्मनी की हैम्बर्ग वेधशाला के सहयोग से बनाया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 5, 2013, 17:30