Last Updated: Friday, December 16, 2011, 03:51
वाशिंगटन : वर्ष 2009 तक पिछले दस सालों में 128 अरब डॉलर अवैध धन भारत से बाहर गया और इस प्रकार यह देश विकासशील देशों के बीच अवैध धन के सबसे बड़े पीड़ितों में एक बन गया है।
वाशिंगटन स्थित शोध संस्थान ग्लोबल फाइनेंसियल इंटीग्रिटी (जीएफआई) ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। चौंकाने वाला यह खुलासा ऐसे समय हुआ है जब भारत कालेधन से निपटने के तौर तरीकों पर गहनता से विचार कर रहा है। जीएफआई के अनुसार 2009 को समाप्त दशक में विकासशील देशों को 8440 अरब डालर का नुकसान हुआ।
उसकी रिपोर्ट अपराध, भ्रष्टाचार और कर चोरी के माध्यम से विकासशील अर्थव्यवस्थाओं से बाहर जाने वाले धन की मात्रा पर केंद्रित है। जीएफआई की सूची के अनुसार इन दस सालों में अवैध धन प्रवाह के सबसे अधिक शिकार जो 20 देश हैं उनमें चीन शिखर पर है और भारत 15 वें स्थान पर है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 16, 2011, 09:21