‘2014 के बाद कोई मिशन अफगान सरकार के कहने पर’

‘2014 के बाद कोई मिशन अफगान सरकार के कहने पर’

वॉशिंगटन : पेंटागन ने कहा है कि अफगानिस्तान से वर्ष 2014 में गठबंधन सेना की वापसी के बाद, वहां कोई भी अमेरिकी मिशन का कार्यान्वयन या सैनिकों की उपस्थिति सिर्फ अफगान सरकार के कहने पर ही होगी।

अमेरिकी रक्षा मुख्यालय ने साथ ही यह भी कहा है कि वर्ष 2014 के बाद वहां अमेरिकी बलों की उपस्थिति सिर्फ अफगान बलों को प्रशिक्षण तथा अलकायदा के बचे खुचे उग्रवादियों के सफाये के लिए ही होगी।

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉर्ज लिटल ने कल यहां संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 2014 के बाद कोई भी मिशन अफगान सरकार के आमंत्रण पर ही होगा। हम अफगान संप्रभुता का सम्मान करते हैं। हमने कहा भी है कि वर्ष 2014 के बाद वहां अमेरिकी बलों की उपस्थिति सिर्फ अफगान बलों को प्रशिक्षण तथा अलकायदा के बचे खुचे उग्रवादियों के सफाये के लिए ही होगी।

लिटल ने सवालों के जवाब में कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क की भी समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा ‘हक्कानी समूह को गहरा नुकसान हुआ है। फिर भी वह अफगानिस्तान में आईएसएएफ बलों के लिए खतरा बना हुआ है। वर्ष 2014 में अफगानिस्तान से वापसी के बाद हक्कानी संबंधी फैसले क्या होंगे, इस बारे में अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता। इस सवाल पर निश्चित रूप से (समीक्षा के दौरान) चर्चा होगी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, November 28, 2012, 09:14

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