2032 तक 100-100 नौसैनिक पोत का ऑर्डर करेंगे चीन और भारत

2032 तक 100-100 नौसैनिक पोत का ऑर्डर करेंगे चीन और भारत

2032 तक 100-100 नौसैनिक पोत का ऑर्डर करेंगे चीन और भारत सिंगापुर : बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य और सामरिक क्षेत्र में व्यापार के लिए समुद्र पर बढ़ती निर्भरता के चलते वर्ष 2032 तक भारत और चीन सौ-सौ नौसैनिक पोत एवं पनडुब्बियों का आर्डर करेंगे। अमेरिकी नौसैनिक परामर्शदात्री एएमआई इंटरनेशनल के उपाध्यक्ष बॉब नूजेंट ने कहा कि नये आर्डर में परमाणु और परंपरागत पनडुब्बियां और नये विमानवाही पोत, विध्वंसकों का संतुलित मिश्रण, लड़ाकू पोत, छोटी इकाइयां, जमीन और पानी दोनों पर चलने वाले जहाज एवं रसद पोत, तटरक्षक एवं गश्ती दलों के जहाज शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘हम एशिया प्रशांत क्षेत्र को 200 अरब डालर के नये पोत और पनडुब्बियों के बाजार के रूप में देखते हैं। यह क्षेत्र अमेरिका के लिए दूसरा महत्वपूर्ण बाजार बन गया है।’’ उन्होंने यहां 14-16 मई तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय नौवहन रक्षा प्रदर्शनी और सम्मेलन (इंटरनेशनल मैरीटाइम डिफेंस एक्जीबिशन एंड कान्फ्रेंस) के बारे में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एशिया प्रशांत पनडुब्बी निवेश महत्वपूर्ण है जिसमें 20 वर्ष में 100 का आर्डर होना है। इससे यह अधिक पनडुब्बियां खरीद वाला विश्व का एकल क्षेत्र बन गया है।

इसकी तुलना में अमेरिका के वर्ष 2012 और 2032 के बीच 435 नौसैनिक पोत या वैश्विक आर्डर के 14 प्रतिशत पोत खरीदने का अनुमान था। दक्षिण कोरिया, जापान और आस्ट्रेलिया के अगले 20 वर्ष में 62 अरब डालर मूल्य के 220 नये पोत खरीदने की संभावना थी। सिंगापुर, इंडोनेशिया और वियतनाम भी नये पोत और पनडुब्बी खरीद कार्यक्रमों के साथ बाजार में सक्रिय हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, May 13, 2013, 20:23

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