Last Updated: Tuesday, October 1, 2013, 15:41

बीजिंग : चीनी अर्थव्यवस्था को मौजूदा मंदी के दौर से निकाल कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का वादा करने वाले नवनिर्वाचित राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अगुवाई में चीन ने मंगलवार को अपना 64वां राष्ट्रीय दिवस मनाया।
शी की अगुवाई में कम्युनिस्ट पार्टी के सभी शीर्ष नेता 1839 की प्रथम ओपियम वार के बाद से 1949 की कम्युनिस्ट क्रांति तक देश के लिए बलिदान करने वाले शहीदों की स्मृति में बनाए गए राष्ट्रीय स्मारक पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए थ्यान अन मेन स्क्वेयर पर एकत्र हुए।
बारिश में भीगते हुए राष्ट्रपति शी, प्रधानमंत्री ली क्विंग तथा पोलित ब्यूरो के 25 सदस्यों ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों की याद में कुछ क्षण का मौन रखा।
माओ त्से तुंग द्वारा स्थापित पीपुल्स रिपब्लिक आफ चाइना की वषर्गांठ के मौके पर आयोजित समारोह में देश के शीर्ष नेतृत्व के अलावा सभी तबकों के लोगों ने शिरकत की। हालांकि पिछले तीन दशकों में माओ की नीतियों का महत्व चीन में कम हो गया है क्योंकि पार्टी ने अमेरिका के बाद चीन की अर्थव्यवस्था को विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बड़े पैमाने पर आर्थिक सुधारों को अपनाया है।
आज से ही देश में सात दिवसीय राष्ट्रीय अवकाश भी शुरू हो गया है जिस दौरान करीब 46 करोड़ चीनी लोग या तो अपने पैतृक शहरों और गांवों की यात्रा पर जाएंगे या पर्यटक स्थलों पर। इससे सड़क , रेल और हवाई यातायात पर भारी दबाव रहेगा।
प्रधानमंत्री ली ने कल अपने पहले राष्ट्रीय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा था ‘विकास हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। हम विकास के माडल, आर्थिक सुधारों में तेजी और घरेलू मांग में वृद्धि की रफ्तार को तेज करेंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 1, 2013, 15:41