Last Updated: Monday, September 12, 2011, 04:26
न्यूयॉर्क : अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले की दसवीं बरसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश और उनकी पत्नी के साथ मिलकर हमले में मारे गए तकरीबन 3000 लोगों की मौत पर आयोजित शोक में विश्व का नेतृत्व किया. इस अवसर पर टोक्यो से लेकर सिडनी तक दुनिया ने अमेरिका के साथ मिलकर 10 साल पहले भयंकर आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को याद किया.काला लिबास पहने दोनों दंपत्तियों ने हाथ पकड़ रखे थे. ग्राउंड जीरो या हमले का साक्षी बने वर्ल्ड ट्रेड टॉवर के स्थान पर गहरी खामोशी की चादर फैली थी. अमेरिका के प्रथम परिवार और बुश दंपत्ति ने 30 फुट ऊंचे झरने के नीचे करीब एक मिनट गुजारा. यह झरना नए स्मारक का एक हिस्सा है. कुछ की पलकें भीगीं, कुछ रो पड़े. लोगों ने अमेरिकी ध्वज और साथ ही अपने उन अजीजों की तस्वीरें थाम रखी थी, जिन्होंने इस हमले में अपनी जानें खोई थी. कार्यक्रम का आगाज बैगपाइपर के एक जुलूस से हुआ. यह जुलूस राष्ट्रीय गान गा रहा था. इससे पहले, पेनसिल्वेनिया के शांक्सविले में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और वर्तमान उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल ‘यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93’ पर सवार उन बहादुर यात्रियों की याद में एक स्मारक का उद्घाटन किया, जिन्होंने देश को बचाने की खातिर अपनी जान गंवाई थी. इस अवसर पर हादसे के शिकार लोगों के परिजन भी मौजूद थे. पहली शोकसभा न्यूजीलैंड में आयोजित हुई जहां आयरलैंड के खिलाफ रगबी वर्ल्ड कप मैच में अमेरिकी रगबी टीम ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर अमेरिकी राजदूत डेविड हुएबनेर ने कहा कि 9/11 मानव साहस की जीत को याद करने का दिन है. उधर, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री केविन रूड ने आगाह किया कि यदि विभिन्न राष्ट्रों ने अपनी सुरक्षा में ढील दी तो अब भी 11 सितंबर जैसा हमला हो सकता है.जापान के टोक्यो में कई परिवार फुजी बैंक के उन कर्मचारियों को अपनी श्रद्धा सुमन देने के लिए एकत्र हुए, जो इस हमले में मारे गए थे. इन कर्मचारियों में करीब एक दर्जन जापानी कर्मचारी थे. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली मयंग बाक ने 9/11 में मारे गए लोगों के परिवारों और अमेरिकी जनता के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को चिट्ठी लिखी.अपनी सरजमीं से आतंकवादियों के पनाहगाह हटाने के लिए कड़े दबाव से गुजर रहे पाकिस्तान ने भी आतंकवाद के सफाए के लिए सहयोग का संकल्प व्यक्त किया और विश्व बिरादरी से सहिष्णुता जैसे आदर्शों पर अडिग रहने की अपील की. अमेरिका में विभिन्न शहरों में लोग कैथेड्रल में एकत्र हुए और उन्होंने दमकल स्टेशनों पर पुष्पांजलि की. एकता और सेवा का आह्वान करते हुए शनिवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस हमले के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी. वे एरलिंग्टन नेशनल समाधि स्थल गए और वहां उस स्थान पर गए जहां अफगानिस्तान और इराक युद्धों के शहीद दफनाए गए हैं. उधर, फोब फेंती से प्राप्त खबर के अनुसार, अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों ने 11 सितंबर के मृतकों को याद किया.इससे पहले वॉशिंगटन में अधिकारियों ने 9/11 की बरसी पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई हैं क्योंकि ऐसी खुफिया सूचना है कि तीन अलकायदा आतंकवादी इन दोनों शहरों में किसी एक में कार बम हमले की साजिश रच रहे हैं. वैसे अधिकारियों को इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिला है कि देश में कोई आतंकवादी घुस आया है.
अमेरिका अब भी निशाने पर, डरेंगे नहीं : ओबामाअमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा बराक ओबामा ने कहा है कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकवादी हमले के 10 वर्ष बाद उनका देश पहले की अपेक्षा अधिक मजबूत हो गया है और लगातार मिल रही सुरक्षा चुनौतियों से बेफिक्र होकर उनके देशवासी आगे बढने में सक्षम हैं. 11
सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क, पेंसिलवेनिया और वॉशिंगटन में एक साथ हुए हवाई हमलों की 10वीं बरसी पर ओबामा ने अपने साप्ताहिक रेडियो प्रसारण और अपनी वेबसाइट पर कहा कि हमारे सैन्यकर्मियों, खुफिया सहयोगियों, विधि व्यवस्था के अधिकारियों और आंतरिक सुरक्षा महकमे के पेशेवरों के अथक प्रयासों का धन्यवाद करते हुए निस्संदेह कहा जा सकता है कि आज अमेरिका 10 वर्ष पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत है और अल कायदा हार की ओर अग्रसर है.ओबामा ने कहा कि लोग हमेशा मुझसे पूछते हैं कि इस घटना के पहले अमेरिका जैसा था, क्या उससे ज्यादा सुरक्षित है? जवाब है कि हां यह ज्यादा सुरक्षित है पर उतना नहीं जितना कि होना चाहिए. ओबामा ने कहा कि हमने खुफिया जानकारी जुटाने और हवाई अड्डों की सुरक्षा में काफी प्रगति की है लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है.
First Published: Monday, September 12, 2011, 10:03